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कॉर्बेट टाइगर रिजर्व ने दिखाई सख्ती, जंगल सफारी में वन्यजीवों के करीब जाने पर होगी कार्रवाई - कॉर्बेट टाइगर रिजर्व में जंगल सफारी

कॉर्बेट टाइगर रिजर्व में अब सफारी के दौरान जिप्सियों को वन्यजीवों के करीब ले जाने वाले चालकों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी.

corbett tiger reserve
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Published : Feb 26, 2021, 1:53 PM IST

रामनगरः जिम कॉर्बेट नेशनल पार्क देश-विदेश में बाघों के लिए के लिए जाना जाता है. यहां वन्यजीवों के दीदार के लिए हर साल लाखों की संख्या में पर्यटक पहुंचते हैं. लेकिन इन दिनों रामनगर जिम कॉर्बेट पार्क के ढिकाला जोन से एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है. जिसमें जिप्सी चालक पर्यटकों से भरी जिप्सियों को वन्यजीवों के बेहद करीब लेकर जा रहे हैं जो कॉर्बेट नियमावली का सरासर उल्लंघन तो है ही, साथ ही पर्यटकों की जिंदगी के साथ खिलवाड़ भी है. इस मामले में कॉर्बेट प्रशासन ने नए नियम जारी किए हैं.

कॉर्बेट टाइगर रिजर्व के निदेशक राहुल कुमार का कहना है कि टाइगर रिजर्व में जो टूरिज्म की गाइडलाइन है, उसके अनुसार ही टूरिज्म करवाया जाता है. वन्यजीवों की साइटिंग के स्पेसिफिक रूल्स हैं. उन्होंने कहा कि वन्यजीवों और जिप्सीयों के बीच में उचित दूरी लगभग 30 मीटर की होनी चाहिए. जो जिप्सियां हैं, उनके बीच में भी कम से कम 20 मीटर से ज्यादा की दूरी रहनी चाहिए.

पढ़ेंः अखाड़ा परिषद की 'कहानी' संतों की जुबानी, पढ़िए नेहरू जी से नाता

निदेशक ने कहा कि यदि इनका पालन नहीं किया जाता है तो ऐसे जिप्सी चालकों पर कार्रवाई की जाएगी. कहा कि कॉर्बेट प्रशासन आगे भी इस तरह की कार्रवाई करता रहेगा.

रामनगरः जिम कॉर्बेट नेशनल पार्क देश-विदेश में बाघों के लिए के लिए जाना जाता है. यहां वन्यजीवों के दीदार के लिए हर साल लाखों की संख्या में पर्यटक पहुंचते हैं. लेकिन इन दिनों रामनगर जिम कॉर्बेट पार्क के ढिकाला जोन से एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है. जिसमें जिप्सी चालक पर्यटकों से भरी जिप्सियों को वन्यजीवों के बेहद करीब लेकर जा रहे हैं जो कॉर्बेट नियमावली का सरासर उल्लंघन तो है ही, साथ ही पर्यटकों की जिंदगी के साथ खिलवाड़ भी है. इस मामले में कॉर्बेट प्रशासन ने नए नियम जारी किए हैं.

कॉर्बेट टाइगर रिजर्व के निदेशक राहुल कुमार का कहना है कि टाइगर रिजर्व में जो टूरिज्म की गाइडलाइन है, उसके अनुसार ही टूरिज्म करवाया जाता है. वन्यजीवों की साइटिंग के स्पेसिफिक रूल्स हैं. उन्होंने कहा कि वन्यजीवों और जिप्सीयों के बीच में उचित दूरी लगभग 30 मीटर की होनी चाहिए. जो जिप्सियां हैं, उनके बीच में भी कम से कम 20 मीटर से ज्यादा की दूरी रहनी चाहिए.

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निदेशक ने कहा कि यदि इनका पालन नहीं किया जाता है तो ऐसे जिप्सी चालकों पर कार्रवाई की जाएगी. कहा कि कॉर्बेट प्रशासन आगे भी इस तरह की कार्रवाई करता रहेगा.

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