रामनगर: कॉर्बेट टाइगर रिजर्व में हाथी का 20 लाख साल पुराना जीवाश्म मिला है. इसके मिलने के बाद कॉर्बेट प्रशासन धनगढ़ी संग्रहालय में जीवाश्म केंद्र खोलने पर विचार किया जा रहा है, जिससे संबंधित प्रस्ताव शासन को भेजा गया है. संग्रहालय खोलने का फैसला लेने से पहले जीवाश्मों को ढूंढने की तैयारी की जा रही है, ताकि कॉर्बेट में आने वाले पर्यटक वन्यजीवों के साथ-साथ जीवाश्म को भी देख सकें.
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Ice-Age fossil of an Elephant found in Corbett National Park, India. Based on photographic evidence, the expert view - these species appear to be of Elephas hysudricus, an extinct species which lived during Pliocene and Pleistocene (approx. from 5.333 mil to 1.806 mil yrs ago) pic.twitter.com/0M2ot8nOCW
— Dr. PM Dhakate (@paragenetics) June 26, 2019 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
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दरअसल, रामनगर कॉर्बेट टाइगर रिजर्व में बीते मई माह में अंतरिक्ष उपयोग केंद्र के निदेशक डॉ. एसपी सिंह बिष्ट और इसरो से जुड़े भारतीय रिमोट सेंसिंग के निदेशक डॉ. प्रकाश चौहान को कॉर्बेट के बिजरानी जोन में एक जबड़े के आकार का जीवाश्म मिला था. उन्होंने जांच के बाद दावा किया कि यह जीवाश्म 20 लाख साल पुराने हाथी के पूर्वज का हो सकता है. इस संदर्भ में कई वैज्ञानिकों से संपर्क किया गया और उन्हें इस जीवाश्म के चित्र भेजे गए थे.
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कॉर्बेट प्रशासन, टाइगर रिजर्व में 20 लाख साल पुराना जीवाश्म मिलने के बाद जीवाश्मों की खोज तेज कर दी है. साथ ही कॉर्बेट प्रशासन धनगढ़ी स्थित संग्रहालय में जीवाश्म केंद्र बनाना चाहती है, जिसके लिए उत्तराखंड प्रधान मुख्य वन संरक्षक को प्रस्ताव भेजा जा चुका है. कॉर्बेट के क्षेत्र में जीवाश्मों की और खोज करने से लाखों साल पुराना इतिहास जानने में मदद मिल सकती है. वैज्ञानिकों का मानना है कि यहां हिरण और घोड़ों के भी जीवाश्म मिल सकते हैं.