हल्द्वानी: गौलापार क्षेत्र के रहने वाले एक पूर्व सैनिक को महिला का मदद करना भारी पड़ गया है. दरअसल, गौलापार क्षेत्र में बीते दिन एक महिला पेड़ से गिर गई, पास में ही रहने वाले रिटायर्ड सूबेदार मेजर नारायण सिंह बोरा महिला को गंभीर अवस्था में अपनी कार में अस्पताल में भर्ती कराने ले गए. महिला की गंभीर हालत को देख तेजी से कार चलते हुए पूर्व सैनिक अस्पताल को निकले तो काठगोदाम में सीपीयू द्वारा पूर्व फौजी का तेज कार चलाने को लेकर ऑनलाइन चालान कर दिया गया. पूर्व फौजी के पास जब ऑनलाइन चालान आया तो उन्होंने चालान भर दिया. लेकिन पूर्व फौजी का ड्राइविंग लाइसेंस भी 3 महीने के लिए सस्पेंड कर दिया गया तो पूर्व सैनिक संगठनों ने इस पर आपत्ति जताई है.
एसएसपी कार्यालय पहुंचे पूर्व सैनिक संगठन में नाराजगी देखी गई, जहां भारी संख्या में पूर्व सैनिकों ने एसपी कार्यालय में अपनी नाराजगी व्यक्त की. इस दौरान पूर्व सैनिकों ने कहा कि उन्हें देश सेवा और लोगों की सेवा के लिए सेना में प्रशिक्षण दिया जाता रहा है, यहां भी वह लोगों की मदद ही करते हैं. महिला को अस्पताल पहुंचने के लिए कार तेज चलाने पर सीपीयू द्वारा चालान किया गया, यहां तक तो सब ठीक है, चालान की रकम भी जमा कर दी.
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लेकिन लाइसेंस 3 महीने तक जब्त किए जाने को लेकर उनको आपत्ति है, अब पूर्व सैनिकों ने एसपी सिटी एसपी से मुलाकात कर लाइसेंस जब्त न किए जाने की मांग की है. वहीं पुलिस इसे ऑनलाइन चालान का हवाला देकर खुद को असमर्थ बता रही है. एसपी सिटी हरबंस सिंह का कहना है कि पूर्व सैनिकों को समझा बुझा दिया गया है. साथी नियम के अनुसार कार्रवाई की गई है, उन्होंने कहा कि पूर्व सैनिक ने अगर महिला की मदद की है तो उसका वह प्रमाण दिखा दें, इसके बाद उनका लाइसेंस जब्ती की कार्रवाई नहीं की जाएगी.