रामनगरः नैनीताल के रामनगर कांग्रेस ने प्रदेश सरकार के अतिक्रमण ध्वस्तीकरण अभियान के खिलाफ मोर्चा खोला. रामनगर पहुंचे विधानसभा नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य ने इस कार्रवाई को तुगलकी फरमान बताते हुए सरकार से फैसला वापस लेने की मांग की है. उधर रामनगर के पूर्व विधायक रणजीत रावत ने कहा कि प्रदेश के मुख्यमंत्री को उत्तर प्रदेश के बुलडोजर मुख्यमंत्री का 'छोटा रिचार्ज' बनने का शौक चढ़ गया है.
गौरतलब है कि सरकारी जमीनों पर अतिक्रमण करने वाले लोगों के खिलाफ कार्रवाई के विरोध में गुरुवार को कांग्रेस ने पीड़ित परिवारों के साथ सरकार के विरुद्ध प्रदर्शन किया. कार्यक्रम में सभी कांग्रेस जनों ने एकजुटता के साथ सरकार के खिलाफ मोर्चा खोला. नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य ने कहा कि विभिन्न ग्रामीण क्षेत्रों के अलावा वन क्षेत्रों में रह रहे ग्रामीणों को भी अतिक्रमण के नाम पर हटाया जाना सरकार का तुगलकी फरमान है.
वहीं, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व विधायक रणजीत सिंह रावत के नेतृत्व में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने पीड़ित ग्रामीणों के साथ विशाल रैली निकाली. रैली का समापन वन परिसर में हुआ जहां सभा का आयोजन हुआ. सभा को संबोधित करते हुए रणजीत रावत ने कहा कि सरकार के पास पुनर्वास और मुआवजे को लेकर कोई नीति नहीं है. रणजीत रावत ने कहा कि भाजपा सरकार जनता से अपनी नाकामी को छीपाने के लिए नए-नए शिगुफे पेश कर रही है. उन्होंने कहा कि उत्तराखंड के मुख्यमंत्री को भी यूपी के मशहूर हो चुके बुलडोजर मुख्यमंत्री के रूप में 'छोटा रिचार्ज' बनने का शौक चढ़ गया है. इसलिए सीएम धामी ने भी तमाम ऐसे आदेश निकाल दिए हैं.
विधायक दीवान सिंह के कार्यालय के बाहर प्रदर्शन: ध्वस्तीकरण की कार्रवाई के खिलाफ सैकड़ों ग्रामीणों ने क्षेत्रीय भाजपा विधायक दीवान सिंह बिष्ट के कार्यालय के बाहर भी धरना दिया. इस दौरान विधायक कार्यालय के बाहर भारी पुलिस मौजूद रही. ग्रामीणों ने कार्यालय के अंदर घुसने की कोशिश की. लेकिन पुलिस ने ग्रामीणों को अंदर घुसने नहीं दिया. इसके बाद ग्रामीण विधायक के कार्यालय के बाहर सड़क पर बैठकर नारेबाजी करने लगे.
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