नैनीताल: बनारस के बाद सरोवर नगरी नैनीताल को भी चीन की तर्ज पर विकसित करने की कवायद तेज हो गई है. जिसके लिए चीन का पांच सदस्यी दल नैनीताल भ्रमण पर पहुंचा है. चीन के इस दल ने नैनीताल नगर निगम के अधिकारियों के साथ अहम बैठक की. जिससे सरोवर नगरी को चीन की तरह पर्यटन के क्षेत्र में बढ़ावा मिल सके. वहीं चीन का ये दल नेपाल के विभिन्न पर्यटक स्थलों का भी भ्रमण कर चुका है.
नैनीताल पहुंचे चीन के डेलिगेशन ने कहा कि नैनीताल और चीन के जान- जा-जे शहर को पर्यटन के क्षेत्र में दो बहनों के रूप में विकसित किया जा सकता है. जिसके लिए वे नैनीताल आए हैं. उन्होंने आगे कहा कि दोनों नगरों को दोस्ती के शहर के रूप में भी विकसित किया जाएगा. उन्होंने कहा कि चीन और नैनीताल में पर्यटन की अपार संभावनाएं हैं. जिसके लिए पहली बार चीन का दल किसी शहर में पहुंचा है.
दल ने बताया कि नैनीताल के विभिन्न पर्यटक स्थलों को चीन के पर्यटन केंद्र की तरह विकसित किया जा सकता है. जिसमें ग्लास ब्रिज, बंगी जंपिंग, रॉक क्लाइंबिंग, वॉटर स्पोर्ट्स समेत अन्य क्षेत्रों में कार्य किया जाएगा, ताकि पर्यटन को बढ़ावा मिल सके. वहीं चीन के डेलिगेशन के इस प्रस्ताव के बाद नैनीताल नगर पालिका अध्यक्ष सचिन नेगी ने कहा कि उन्हें चीन के दल ने अपने वहां पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए आमंत्रित किया है. ताकि वे चीन के विभिन्न पर्यटक स्थलों को देख सकें. जिसके बाद इन पर्यटन स्थलों की तर्ज पर सरोवर नगरी को भी विकसित किया जा सके.
शहरों का होगा आर्थिक विकास
वहीं पर्यटन बढ़ने से नैनीताल की आर्थिक स्थिति भी मजबूत होगी. इसी वजह से चीन के दल ने उन्हें चीन के लिए आमंत्रित किया है, ताकि वहां के पर्यटक स्थल का दीदार कर नैनीताल में भी चीन की तर्ज पर पर्यटक स्थलों को विकसित किया जा सके. साथ ही नगर पालिका अध्यक्ष ने बताया कि अगर सब सही रहा तो चीन के साथ एग्रीमेंट किया जाएगा और नैनीताल के पर्यटक स्थलों को विकसित किया जाएगा. ताकि आने वाले दिनों में सरोवर नगरी के पर्यटन को पंख लग सके.