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Election 2022: कांग्रेस-BJP के लिए नाक का सवाल बनी लालकुआं सीट, इन मुद्दों पर जनता देगी वोट

लालकुआं विधानसभा सीट की जनता के लिए प्रत्याशी का चयन करना इस बार खासा महत्वपूर्ण बना हुआ है. हालांकि, लालकुआं की जनता के मुद्दे भाजपा-कांग्रेस के लिए आसान नहीं है. क्योंकि जिन मुद्दों की बात जनता कर रही है, उन वादों का पिटारा दोनों ही दल पहले कई बार खोल चुके हैं.

Lalkuan assembly seat
लालकुआं विधानसभा सीट
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Published : Jan 31, 2022, 10:09 AM IST

Updated : Jan 31, 2022, 10:49 AM IST

लालकुआंः नैनीताल जिले की लालकुआं विधानसभा सीट में इस बार का चुनाव बेहद दिलचस्प होने वाला है. प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत लालकुआं विधानसभा सीट से कांग्रेस प्रत्याशी हैं. दूसरी तरफ प्रतिद्वंद्वी के तौर पर भाजपा ने मोहन बिष्ट को प्रत्याशी बनाकर चुनावी मैदान में उतारा है. लेकिन जनता के बीच इस चुनाव को लेकर किस तरह की चर्चाएं हैं, इस पर ETV BHARAT ने लोगों से खास बातचीत की.

लालकुआं विधानसभा सीट पर जारी चुनावी घमासान के बीच लालकुआं की जनता की अपनी भिन्न-भिन्न प्रतिक्रियां हैं. कई लोग भाजपा प्रत्याशी मोहन बिष्ट को जमीन पर मजबूत मानते हैं. जबकि कई लोगों का कहना है कि हरीश रावत अगर यहां से विधायक बनते हैं तो निश्चित ही यहां का विकास होगा, क्योंकि वह आगे चलकर मुख्यमंत्री होंगे. कई लोगों का कहना है कि कांग्रेस ने संध्या डालाकोटी को टिकट देने के बाद उनका टिकट काट दिया. लिहाजा बागियों को नहीं बैठाया गया तो वह दोनों के समीकरण बिगाड़ सकते हैं.

कांग्रेस-BJP के लिए नाक का सवाल बनी लालकुआं सीट

ये भी पढ़ेंः हरीश रावत ने बीजेपी पर किया पलटवार, कहा- लालकुआं मौत का कुआं नहीं अमृत कुंड है

लालकुआं सीट पर वोटरों का गणितः लालकुआं विधानसभा सीट पर कुल 1,21,107 मतदाता हैं. जिसमें पुरुष मतदाताओं की संख्या 63,680 जबकि महिला मतदाताओं की संख्या 57,427 है. ऐसे में महिलाओं की संख्या भी सीट पर अच्छी-खासी है. इसमें युवा मतदाताओं की संख्या का भी बड़ा हिस्सा है जो प्रत्याशी की जीत-हार का फैसला करेंगे.

जनता के मुद्देः दूसरी तरफ स्थानीय लोगों की मानें तो रोजगार सबसे बड़ा विषय है. उसके बाद स्थानीय समस्याएं हैं, जिनमें बिंदुखत्ता को राजस्व गांव बनाने का मुद्दा है. लालकुआं का मालिकाना हक सहित सीमा विस्तार का मुद्दा है. आईएसबीटी और अंतरराष्ट्रीय स्टेडियम सहित NH-09 के चौड़ीकरण का मुद्दा है. यह सभी ऐसे विषय हैं जो जनता के बीच से चुनाव में तैर रहे हैं. लोग इन्हीं मुद्दों के आधार पर विधानसभा में विधायक प्रत्याशियों को जिता कर भेजने की बात कह रहे हैं.

ये भी पढ़ेंः लालकुआं विस सीट: संपत्ति के मामले में हरीश रावत को टक्कर दे रहे मोहन बिष्ट

लालकुआं सीट से 13 प्रत्याशियों ने भरा पर्चाः लालकुआं विधानसभा सीट से 13 प्रत्याशियों ने पर्चा भरा है. इसमें कांग्रेस से बागी हुईं पूर्व ब्लॉक प्रमुख संध्या डालाकोटी और भाजपा से नाराज नगर पंचायत के पूर्व चेयरमैन पवन चौहान ने निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर पर्चा भरा है. दोनों ही नेताओं का सीट पर काफी बड़ा वोट बैंक है. हालांकि माना जा रहा है कि कांग्रेस और भाजपा अपने दोनों नेताओं को मनाने में कामयाब रहेंगी. इसके अलावा आम आदमी पार्टी से चंद्रशेखर पांडे, भाकपा माले से बहादुर सिंह जंगी, सपा से मनोज पांडे, बसपा से पृथ्वी पाल सिंह रावत समेत 13 प्रत्याशी मैदान में हैं.

कुल मिलाकर लालकुआं विधानसभा सीट में यह चुनाव बेहद रोमांचक होने की उम्मीद है. लोगों की मिली-जुली प्रतिक्रियाएं बताती हैं कि अगर कांग्रेस से हरीश रावत एक बहुत बड़ा चेहरा हैं, तो भाजपा के मोहन बिष्ट का लोगों से व्यक्तिगत लगाव है. लिहाजा दोनों दलों के लिए यह चुनाव प्रतिष्ठा का सवाल बना हुआ है.

लालकुआंः नैनीताल जिले की लालकुआं विधानसभा सीट में इस बार का चुनाव बेहद दिलचस्प होने वाला है. प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत लालकुआं विधानसभा सीट से कांग्रेस प्रत्याशी हैं. दूसरी तरफ प्रतिद्वंद्वी के तौर पर भाजपा ने मोहन बिष्ट को प्रत्याशी बनाकर चुनावी मैदान में उतारा है. लेकिन जनता के बीच इस चुनाव को लेकर किस तरह की चर्चाएं हैं, इस पर ETV BHARAT ने लोगों से खास बातचीत की.

लालकुआं विधानसभा सीट पर जारी चुनावी घमासान के बीच लालकुआं की जनता की अपनी भिन्न-भिन्न प्रतिक्रियां हैं. कई लोग भाजपा प्रत्याशी मोहन बिष्ट को जमीन पर मजबूत मानते हैं. जबकि कई लोगों का कहना है कि हरीश रावत अगर यहां से विधायक बनते हैं तो निश्चित ही यहां का विकास होगा, क्योंकि वह आगे चलकर मुख्यमंत्री होंगे. कई लोगों का कहना है कि कांग्रेस ने संध्या डालाकोटी को टिकट देने के बाद उनका टिकट काट दिया. लिहाजा बागियों को नहीं बैठाया गया तो वह दोनों के समीकरण बिगाड़ सकते हैं.

कांग्रेस-BJP के लिए नाक का सवाल बनी लालकुआं सीट

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लालकुआं सीट पर वोटरों का गणितः लालकुआं विधानसभा सीट पर कुल 1,21,107 मतदाता हैं. जिसमें पुरुष मतदाताओं की संख्या 63,680 जबकि महिला मतदाताओं की संख्या 57,427 है. ऐसे में महिलाओं की संख्या भी सीट पर अच्छी-खासी है. इसमें युवा मतदाताओं की संख्या का भी बड़ा हिस्सा है जो प्रत्याशी की जीत-हार का फैसला करेंगे.

जनता के मुद्देः दूसरी तरफ स्थानीय लोगों की मानें तो रोजगार सबसे बड़ा विषय है. उसके बाद स्थानीय समस्याएं हैं, जिनमें बिंदुखत्ता को राजस्व गांव बनाने का मुद्दा है. लालकुआं का मालिकाना हक सहित सीमा विस्तार का मुद्दा है. आईएसबीटी और अंतरराष्ट्रीय स्टेडियम सहित NH-09 के चौड़ीकरण का मुद्दा है. यह सभी ऐसे विषय हैं जो जनता के बीच से चुनाव में तैर रहे हैं. लोग इन्हीं मुद्दों के आधार पर विधानसभा में विधायक प्रत्याशियों को जिता कर भेजने की बात कह रहे हैं.

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लालकुआं सीट से 13 प्रत्याशियों ने भरा पर्चाः लालकुआं विधानसभा सीट से 13 प्रत्याशियों ने पर्चा भरा है. इसमें कांग्रेस से बागी हुईं पूर्व ब्लॉक प्रमुख संध्या डालाकोटी और भाजपा से नाराज नगर पंचायत के पूर्व चेयरमैन पवन चौहान ने निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर पर्चा भरा है. दोनों ही नेताओं का सीट पर काफी बड़ा वोट बैंक है. हालांकि माना जा रहा है कि कांग्रेस और भाजपा अपने दोनों नेताओं को मनाने में कामयाब रहेंगी. इसके अलावा आम आदमी पार्टी से चंद्रशेखर पांडे, भाकपा माले से बहादुर सिंह जंगी, सपा से मनोज पांडे, बसपा से पृथ्वी पाल सिंह रावत समेत 13 प्रत्याशी मैदान में हैं.

कुल मिलाकर लालकुआं विधानसभा सीट में यह चुनाव बेहद रोमांचक होने की उम्मीद है. लोगों की मिली-जुली प्रतिक्रियाएं बताती हैं कि अगर कांग्रेस से हरीश रावत एक बहुत बड़ा चेहरा हैं, तो भाजपा के मोहन बिष्ट का लोगों से व्यक्तिगत लगाव है. लिहाजा दोनों दलों के लिए यह चुनाव प्रतिष्ठा का सवाल बना हुआ है.

Last Updated : Jan 31, 2022, 10:49 AM IST
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