नैनीताल: इन दिनों उत्तराखंड के जंगलों में भीषण आग लगी है. जिस वजह से करोड़ों की वन संपदा जलकर राख हो गई है. वहीं दूसरी ओर उत्तराखंड की रीढ़ की हड्डी मानें जाने वाला पर्यटन कारोबार पर भी अब इसका गहरा असर पड़ने लगा है. बीते 2 दिन से भीमताल झील में नौकायन पूरी तरह से बंद है, जिस वजह से अब पर्यटन कारोबारी परेशान हैं.
भीमताल के नाव चालकों का कहना है कि झील से हेलीकॉप्टर द्वारा पानी लिफ्ट कर जंगल में छिड़का जाना है, जिसके लिए प्रशासन द्वारा नौकायन पर प्रतिबंध लगाया गया है. यही वजह है कि भीमताल में नौकायन समेत अन्य पर्यटन गतिविधियां बंद हो गई है, जिस वजह से अब उनकी रोजी-रोटी पर संकट गहरा गया है.
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वहीं, पर्यटन कारोबारी भीमताल झील में नौकायन शुरू करवाने की मांग कर रहे हैं. ताकि पर्यटन कारोबारियों के परिवार का गुजर बसर हो सकें. पर्यटन कारोबारियों का कहना है कि पहले कोरोना वायरस की गहरी मार उनपर पड़ी और अब जंगलों में लगी आग के चलते काम पूरी तरह से चौपट हो रहा है. उन्होंने जिला प्रशासन और सरकार से ध्यान देने की अपील की है. वहीं आग की वजह से भीमताल, नौकुचियाताल, नैनीताल समेत आसपास के क्षेत्र का पर्यटन कारोबार भी प्रभावित हो रहा है.