हल्द्वानीः चोरगलिया में ढाई करोड़ की लागत से बना राजकीय औद्योगिक संस्थान असामाजिक तत्वों का अड्डा बन गया है. बिल्डिंग का उद्घाटन भी हो गया है. वहीं, आईटीआई कॉलेज में न छात्र हैं और न ही टीचर. इसके चलते बिल्डिंग धीरे-धीरे खंडहर होती जा रही है.
चोरगलिया क्षेत्र के युवाओं को तकनीकी शिक्षा दिलाने के लिए हरीश रावत सरकार में श्रम मंत्री हरिशचंद्र दुर्गापाल के प्रयासों से कॉलेज की स्थापना की गई और ढाई करोड़ की लागत से आईटीआई कॉलेज की बिल्डिंग भी तैयार हो गई. उधर, 2017 में श्रम मंत्री हरिशचंद्र दुर्गापाल ने इसका लोकार्पण भी किया था.
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सत्ता परिवर्तन के बाद वर्तमान सरकार की उदासीनता के चलते आज यह आईटीआई कॉलेज बदहाली के दौर से गुजर रहा है. कॉलेज परिसर में झाड़ियां उग गई हैं. कॉलेज असामाजिक तत्वों का अड्डा बन गया है और उसमें रखे गए फर्नीचर और सामान को चोर उठा ले गए हैं.
स्थानीय लोगों का कहना है कि यहां के लोगों को उम्मीद थी कि कॉलेज बन जाने के बाद यहां के युवाओं को तकनीकी शिक्षा मिलेगी. जिससे युवाओं को रोजगार और नौकरियां मिलेंगी. लेकिन सरकार की उपेक्षा के चलते यहां के छात्रों का भविष्य अधर में जा रहा है.