हल्द्वानी: शहर को पेयजल से निजात दिलाने के लिए मुख्य साधन गौला नदी और ट्यूबल ही एक मात्र सहारा है. लेकिन पहाड़ों पर हो रही तेज बारिश के चलते गौला नदी का जलस्तर बढ़ गया है. ऐसे में हल्द्वानी और उसके आसपास के क्षेत्रों में पेयजल संकट गहरा गया है. पहाड़ो में बारिश की शुरुआत होते ही नदियों का जलस्तर बढ़ने लगा है, साथ ही नदियों से पेयजल सप्लाई वाटर फिल्टर प्लांट को होती है, उसमें सिल्ट आना शुरू हो गया है.
गर्मी के हिसाब से पेयजल की डिमांड ज्यादा है. कुछ इलाकों को छोड़कर पेयजल किल्लत जैसे हालात नहीं हैं, लेकिन बारिश लगातार होती रही तो सिल्ट की मात्रा और ज्यादा बढ़ेगी. अधिशासी अभियंता जल संस्थान विशाल कुमार सक्सेना के मुताबिक इस समय हल्द्वानी जल संस्थान के पास 5 वाटर फिल्टर प्लांट है. जिनमें सिल्ट आना शुरू हो चुका है, लेकिन पेयजल सप्लाई पर सिल्ट की वजह से दिक्कत आनी शुरू हो गई है.
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उन्होंने बताया कि गौला नदी से बारिश की वजह से गंदे पानी को फिल्टर कर सप्लाई करने का काम किया जा रहा है. ज्यादा बारिश की वजह से सिल्ट ज्यादा आया तो पेयजल सप्लाई पर इसका असर बड़े पैमाने पर पड़ेगा. जिन जगहों में अभी पेयजल की दिक्कत हो रही है, उन जगहों में पेयजल सप्लाई टैंकरों के माध्यम से पूरी की जा रही है.