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हाईटेक होंगे कोसी बैराज के सभी गेट, CCTV कैमरों के साथ सेंसर लगाने का काम शुरू - कोसी नदी में लग रहा सेंसर

रामनगर स्थित कोसी बैराज के सभी गेट अब हाईटेक करने की सिंचाई विभाग तैयारी कर रहा है. इसी क्रम में कोसी बैराज क्षेत्र में 10 सीसीटीवी कैमरे और तीन सेंसर लगाने का कार्य शुरू हो गया है. ऐसे में कहा जा सकता है कि आधुनिक तकनीक के बाद कर्मचारियों की निर्भरता कम होगी.

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Published : Jul 2, 2023, 5:28 PM IST

कोसी बैराज के सभी गेट होंगे हाईटेक

रामनगर: मानसून की दस्तक के बाद स्थानीय प्रशासन के अलावा सिंचाई विभाग भी पूरी तरह अलर्ट हो गया है. रामनगर स्थित कोसी बैराज के सभी गेट अब हाईटेक करने की तैयारी की जा रही है. इस संबंध में 15 जुलाई तक इन सभी गेटों को नई तकनीकी के तहत जोड़ दिया जाएगा. आधुनिक सुविधाएं मुहैया कराने के बाद कर्मचारियों को राहत मिलेगी.

CCTV कैमरे और सेंसर लगाने का कार्य शुरू: सिंचाई विभाग के जेई जावेद अहमद ने बताया कि कोसी बैराज पर 10 गेटों से पानी की निकासी का कार्य किया जाता है और मॉनसून के दौरान कोसी बैराज का जलस्तर बढ़ने के चलते तैनात कर्मचारियों द्वारा हाथों से गेटों को उठाने का कार्य किया जाता था. ऐसे में लाइट ना होने के कारण कई बार कर्मचारियों को परेशानियों का सामना करना पड़ता था. उन्होंने बताया कि कोसी बैराज क्षेत्र में 10 सीसीटीवी कैमरे और तीन सेंसर लगाने का कार्य शुरू हो गया है. CCTV के जरिए कोसी नदी में होने वाली गतिविधियां कैद होंगी, जबकि सेंसर के माध्यम से जैसे ही पानी का जलस्तर बढ़ेगा, तभी गेट खुद ऊपर उठना शुरू हो जाएंगे.

ये भी पढ़ें: उत्तराखंड के इस गांव का मानसून सीजन में दुनिया से कट जाता है कनेक्शन, टापू के अलग-थलग होने की ये है वजह

सेंसर प्रक्रिया से कर्मचारियों की निर्भरता होगी कम: जेई ने बताया एक सेंसर गर्जिया क्षेत्र में स्थित नदी में लगाया गया है. अगर पानी बढ़ता है, तो गर्जिया क्षेत्र से रामनगर पानी पहुंचने में करीब आधा घंटे का समय लगता है. क्षेत्र में पानी जैसे ही बढ़ेगा, उसकी सूचना नई तकनीकी के माध्यम से तुरंत रामनगर में मौजूद कंट्रोल रूम को मिलेगी. जिसके बाद यहां तैनात कर्मचारी अलर्ट होने के साथ ही अपना काम शुरू कर देंगे. उन्होंने बताया कि सेंसर प्रक्रिया शुरू होने से अब बैराज पर कर्मचारियों की निर्भरता भी कुछ हद तक कम होगी.

ये भी पढ़ें: उत्तराखंड में 'आफत' बनकर बरस रही मानसून की बारिश, बढ़ी भूस्खलन की घटनाएं, बंद हुई छोटी बड़ी सड़कें

कोसी बैराज के सभी गेट होंगे हाईटेक

रामनगर: मानसून की दस्तक के बाद स्थानीय प्रशासन के अलावा सिंचाई विभाग भी पूरी तरह अलर्ट हो गया है. रामनगर स्थित कोसी बैराज के सभी गेट अब हाईटेक करने की तैयारी की जा रही है. इस संबंध में 15 जुलाई तक इन सभी गेटों को नई तकनीकी के तहत जोड़ दिया जाएगा. आधुनिक सुविधाएं मुहैया कराने के बाद कर्मचारियों को राहत मिलेगी.

CCTV कैमरे और सेंसर लगाने का कार्य शुरू: सिंचाई विभाग के जेई जावेद अहमद ने बताया कि कोसी बैराज पर 10 गेटों से पानी की निकासी का कार्य किया जाता है और मॉनसून के दौरान कोसी बैराज का जलस्तर बढ़ने के चलते तैनात कर्मचारियों द्वारा हाथों से गेटों को उठाने का कार्य किया जाता था. ऐसे में लाइट ना होने के कारण कई बार कर्मचारियों को परेशानियों का सामना करना पड़ता था. उन्होंने बताया कि कोसी बैराज क्षेत्र में 10 सीसीटीवी कैमरे और तीन सेंसर लगाने का कार्य शुरू हो गया है. CCTV के जरिए कोसी नदी में होने वाली गतिविधियां कैद होंगी, जबकि सेंसर के माध्यम से जैसे ही पानी का जलस्तर बढ़ेगा, तभी गेट खुद ऊपर उठना शुरू हो जाएंगे.

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सेंसर प्रक्रिया से कर्मचारियों की निर्भरता होगी कम: जेई ने बताया एक सेंसर गर्जिया क्षेत्र में स्थित नदी में लगाया गया है. अगर पानी बढ़ता है, तो गर्जिया क्षेत्र से रामनगर पानी पहुंचने में करीब आधा घंटे का समय लगता है. क्षेत्र में पानी जैसे ही बढ़ेगा, उसकी सूचना नई तकनीकी के माध्यम से तुरंत रामनगर में मौजूद कंट्रोल रूम को मिलेगी. जिसके बाद यहां तैनात कर्मचारी अलर्ट होने के साथ ही अपना काम शुरू कर देंगे. उन्होंने बताया कि सेंसर प्रक्रिया शुरू होने से अब बैराज पर कर्मचारियों की निर्भरता भी कुछ हद तक कम होगी.

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