ETV Bharat / state

रामनगर: अस्पताल प्रबंधन की लापरवाही, घंटों तक प्रसव पीड़ा से तड़पती रही गर्भवती

रामनगर संयुक्त चिकित्सालय में सर्जन न होने के चलते पहाड़ से आने वाली गर्भवती महिलाओं को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. अस्पताल में गर्भवती महिला प्रसव पीड़ा से तड़प रही थी लेकिन उसे देखने के लिए अस्पताल में कोई महिला चिकित्सक नहीं मिली.

Woman battled with hours of labor pain
घंटों प्रसव पीड़ा से तड़पती रही गर्भवती
author img

By

Published : Aug 25, 2020, 5:03 PM IST

Updated : Aug 25, 2020, 7:54 PM IST

रामनगर: उत्तराखंड की बदहाल स्वास्थ्य सेवाएं किसी से छिपी नहीं है. बीते दिनों कुमाऊं और गढ़वाल में गर्भवती महिलाओं की मौत इसका जीता जागता उदाहरण है. वहीं, इन घटनाओं से भी स्वास्थ्य महकमा सबक नहीं ले रहा है. ताजा मामला रामनगर संयुक्त चिकित्सालय का है, जहां इलाज के अभाव में एक गर्भवती महिला घंटों तक प्रसव पीड़ा से तड़पती रही. हालांकि, जब ईटीवी भारत मौके पर पहुंचा तो अस्पताल प्रशासन हरकत में आया और महिला को तुरंत इलाज देने की बात कही.

रामनगर संयुक्त चिकित्सालय में घंटों प्रसव पीड़ा से तड़पती रही गर्भवती

गढ़वाल और कुमाऊं के प्रवेश द्वार कहे जाने वाले रामनगर इन दिनों चिकित्सकों की भारी कमी से जूझ रहा है. वहीं, रामनगर संयुक्त चिकित्सालय को बेहतर सुविधाओं के लिए पीपीपी मोड पर दिया गया था लेकिन अब भी यहां डॉक्टरों की कमी बनी बुई है. ऐसे में अस्पताल में सर्जन न होने के चलते पहाड़ से आने वाली गर्भवती महिलाओं को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है.

पढ़ें- हल्द्वानी में खूब फल-फूल रहा नशे का कारोबार, लोगों ने एसपी सिटी को सौंपा ज्ञापन

ताजा मामला मंगलवार का है. अल्मोड़ा जिले के मछोड़ गांव से एक गर्भवती यहां इलाज के लिए पहुंची थी. आशा वर्कर यूनियन की उपाध्यक्ष कमला बधानी ने बताया कि अस्पताल में गर्भवती महिला प्रसव पीड़ा से तड़प रही थी लेकिन उसे देखने के लिए अस्पताल में कोई महिला चिकित्सक नहीं है.

वहीं, जब इस ईटीवी भारत ने इस मामले का संज्ञान लिया तो अस्पताल के एमएस ने गर्भवती महिला को तुरंत उपचार देने की बात कही. ऐसे में सवाल उठता है कि आखिरकार कब तक अस्पताल प्रबंधन की लापरवाही का खामियाजा जनता को भुगतना पड़ेगा.

रामनगर: उत्तराखंड की बदहाल स्वास्थ्य सेवाएं किसी से छिपी नहीं है. बीते दिनों कुमाऊं और गढ़वाल में गर्भवती महिलाओं की मौत इसका जीता जागता उदाहरण है. वहीं, इन घटनाओं से भी स्वास्थ्य महकमा सबक नहीं ले रहा है. ताजा मामला रामनगर संयुक्त चिकित्सालय का है, जहां इलाज के अभाव में एक गर्भवती महिला घंटों तक प्रसव पीड़ा से तड़पती रही. हालांकि, जब ईटीवी भारत मौके पर पहुंचा तो अस्पताल प्रशासन हरकत में आया और महिला को तुरंत इलाज देने की बात कही.

रामनगर संयुक्त चिकित्सालय में घंटों प्रसव पीड़ा से तड़पती रही गर्भवती

गढ़वाल और कुमाऊं के प्रवेश द्वार कहे जाने वाले रामनगर इन दिनों चिकित्सकों की भारी कमी से जूझ रहा है. वहीं, रामनगर संयुक्त चिकित्सालय को बेहतर सुविधाओं के लिए पीपीपी मोड पर दिया गया था लेकिन अब भी यहां डॉक्टरों की कमी बनी बुई है. ऐसे में अस्पताल में सर्जन न होने के चलते पहाड़ से आने वाली गर्भवती महिलाओं को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है.

पढ़ें- हल्द्वानी में खूब फल-फूल रहा नशे का कारोबार, लोगों ने एसपी सिटी को सौंपा ज्ञापन

ताजा मामला मंगलवार का है. अल्मोड़ा जिले के मछोड़ गांव से एक गर्भवती यहां इलाज के लिए पहुंची थी. आशा वर्कर यूनियन की उपाध्यक्ष कमला बधानी ने बताया कि अस्पताल में गर्भवती महिला प्रसव पीड़ा से तड़प रही थी लेकिन उसे देखने के लिए अस्पताल में कोई महिला चिकित्सक नहीं है.

वहीं, जब इस ईटीवी भारत ने इस मामले का संज्ञान लिया तो अस्पताल के एमएस ने गर्भवती महिला को तुरंत उपचार देने की बात कही. ऐसे में सवाल उठता है कि आखिरकार कब तक अस्पताल प्रबंधन की लापरवाही का खामियाजा जनता को भुगतना पड़ेगा.

Last Updated : Aug 25, 2020, 7:54 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.