हल्द्वानी: भारी बरसात और आपदा के चलते सबसे ज्यादा कुमाऊं मंडल में नुकसान हुआ है. अभी भी बहुत से लोग आपदा में फंसे हुए हैं. जिन्हें निकालने के लिए पुलिस प्रशासन, जिला प्रशासन, एनडीआरएफ, एसडीआरएफ के अलावा आर्मी और एयरफोर्स की टीम काम कर रही हैं. उत्तराखंड में भारी आपदा के बाद रेस्क्यू और सर्च ऑपरेशन जारी है. पिथौरागढ़ में आपदा से घायल लोगों को इलाज के लिए हेलीकॉप्टर से हल्द्वानी लाया जा रहा है. फिलहाल एक महिला और एक बच्चे को हेलीकॉप्टर से हल्द्वानी लाया गया है. घायलों में महिला की हालत बेहद गंभीर बताई जा रही है. दोनों घायलों का इलाज हल्द्वानी के सुशीला तिवारी अस्पताल में किया जाएगा.
बताया जा रहा है कि अभी कुछ और घायलों को हेलीकॉप्टर के जरिए हल्द्वानी लाया जा सकता है. जिसके लिए पुलिस और प्रशासन की टीम लगातार पिथौरागढ़ जिले के अधिकारियों से संपर्क में जुटी हुई है. साथ ही आपदा से पहाड़ों में राशन और सब्जी का भारी संकट पैदा हो गया है.
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मलबे में दबे लोगों को निकालने का काम भी चल रहा है. ऐसे में कुमाऊं मंडल में 19 लोग अभी भी लापता हैं. जिनकी तलाश की जा रही है. डीआईजी कुमाऊं मंडल नीलेश भरणे ने बताया आपदा से सबसे ज्यादा कुमाऊं मंडल प्रभावित हुआ है. अभी तक मंडल में 63 लोगों की पुष्टि की गई है जबकि 18 लोग घायल हुए हैं जबकि 19 लोग अभी भी लापता हैं. नैनीताल जनपद में 34 लोगों की मौत हुई है जबकि चंपावत में 11, पिथौरागढ़ में 5, बागेश्वर में 6, अल्मोड़ा में 6 और उधम सिंह नगर में एक मौत हुई है. इसके अलावा 10,000 लोगों को रेस्क्यू कर सुरक्षित जगहों पर पहुंचाया जाने का काम किया गया है.
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300 लोगों को एयर फोर्स के जवानों ने एयरलिफ्ट कर सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया है. 1,000 से अधिक पशु हानि हुई है जबकि 150 मार्ग पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हुए हैं. जिसमें 9 राष्ट्रीय राजमार्ग जबकि 16 राज्य मार्ग और 120 आंतरिक मार्ग शामिल हैं.