नैनीताल: विश्वप्रसिद्ध कैंची धाम में पर्यटकों के लिए जल्द ही कार पार्किंग बनने वाला है. जिसके लिए 45 नाली भूमि पर्यटन विभाग को हस्तांतरित कर दी गई है. ऐसे में विश्व प्रसिद्ध कैंची धाम में पार्किंग की सुविधा मिलने का रास्ता साफ हो गया है. जिला प्रशासन ने स्थानीय लोगों की सहमति के बाद 45 नाली भूमि पर्यटन विभाग को हस्तांतरित कर दी है.
नैनीताल जिलाधिकारी धीराज सिंह गर्ब्याल ने बताया पार्किंग निर्माण के लिए पूर्व में जिला प्रशासन और पर्यटन विभाग में क्षेत्र में भूमि का चयन किया था. जिसके लिए भूमि स्थानांतरण की प्रक्रिया चल रही थी, जो अब पूरी हो चुकी है. ग्राम प्रधान पंकज निगलटिया ने बताया कि प्रशासन और स्थानीय लोगों के बीच सही सामंजस्य होने कारण शांतिपूर्ण तरह से कब्जा पर्यटन विभाग को दिया गया. जिसमें पर्यटन विकास के लिए पार्किंग एवं अन्य कार्यो को किया जाएगा.
जिलाधिकारी के निर्देश के बाद क्षेत्रीय एसडीएम पारितोष वर्मा, मुख्य पर्यटन अधिकारी ब्रजेंद्र पांडे, कानूनगो नरेश असवाल, तहसीलदार मनीषा बिष्ट, कोतवाल उमेश मलिक, ग्राम प्रधान पंकज निगलटिया, मंदिर समिति के भुवन तिवाड़ी समेत अन्य लोगों ने क्षेत्र का भ्रमण किया और अन्य स्थान पर भी पार्किंग व बहुउद्देशीय भवन बनाने पर चर्चा की.
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कैंची धाम में बाबा नीम करौली का मंदिर: हल्द्वानी अल्मोड़ा नेशनल हाईवे पर स्थित कैंची धाम में विश्व प्रसिद्ध बाबा नीम करौली का आश्रम है. हल्द्वानी से 45 किलोमीटर दूर यह आश्रम शिप्रा के किनारे बसा है. बताया जाता है कि उत्तर प्रदेश के फिरोजाबाद जिले के अकबरपुर गांव के ब्राह्मण परिवार में जन्मे लक्ष्मी नारायण शर्मा ने यूपी के एक गांव नीम करौली में कठिन तपस्या करके स्वयंसिद्धि हासिल की. बाबा ने पहला आश्रम कैंची धाम नैनीताल और दूसरा वृंदावन में बनाया है. नीम करौली बाबा 1961 में पहली बार नैनीताल पहुंचे थे और यहां मंदिर की स्थापना 1964 में की गई.