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नैनीताल में आपदा से जल संस्थान की 41 योजनाएं ध्वस्त, DM से बजट मांगा - पेयजल लाइन क्षतिग्रस्त

नैनीताल जिले में आपदा से जल संस्थान की 41 योजनाओं को भारी क्षति पहुंची है. इन लाइनों को ठीक करने के लिए विभाग ने जिलाधिकारी से बजट की मांग की है.

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आपदा से जल संस्थान की 41 योजनाएं ध्वस्त
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Published : Jun 29, 2021, 12:23 PM IST

हल्द्वानी: बीते दिनों बारिश के चलते जल संस्थान को भारी नुकसान पहुंचा है. नैनीताल जनपद में जल संस्थान की 41 योजनाएं आपदा से ध्वस्त हो गई हैं. आपदा से करीब 59 लाख रुपए का नुकसान हुआ है. ऐसे में जल संस्थान ने योजनाओं को सुचारू करने के लिए जिला प्रशासन से बजट की मांग की है.

अधीक्षण अभियंता जल संस्थान विशाल कुमार सक्सेना ने बताया कि बीते दिनों आई दैवीय आपदा के चलते नैनीताल जिले के बेतालघाट, रामगढ़, भीमताल क्षेत्र की 41 पेयजल योजनाओं को भारी क्षति पहुंची है. पेयजल स्रोत के अलावा पाइप लाइनें भी क्षतिग्रस्त हुई हैं.

आपदा से जल संस्थान की 41 योजनाएं ध्वस्त.

उन्होंने बताया कि वैकल्पिक तौर पर उपभोक्ताओं को पेयजल उपलब्ध कराया जा रहा है. लेकिन दैवीय आपदा और अतिवृष्टि की भेंट चढ़ चुकी योजनाओं को सुचारू करने के लिए जिलाधिकारी से 16 लाख रुपए की डिमांड की गई है. इसके अलावा नुकसान के आकलन के लिए उप जिला अधिकारी के स्तर से पूरी जांच की जा रही है.

पढ़ें- NDMA ने मुख्य सचिव को सौंपी चमोली आपदा की रिपोर्ट, नदियों में निर्माण पर जताई चिंता

उन्होंने बताया कि आपदा से सबसे ज्यादा नुकसान पेयजल स्रोतों को पहुंचा है. मलबा आने और लाइनें क्षतिग्रस्त होने से पेयजल व्यवस्था बाधित हो गई है. विभाग द्वारा क्षतिग्रस्त योजनाओं को दुरुस्त करने का काम किया जा रहा है. वैकल्पिक तौर पर प्लास्टिक के पाइपों से लोगों तक पेयजल आपूर्ति की जा रही है.

हल्द्वानी: बीते दिनों बारिश के चलते जल संस्थान को भारी नुकसान पहुंचा है. नैनीताल जनपद में जल संस्थान की 41 योजनाएं आपदा से ध्वस्त हो गई हैं. आपदा से करीब 59 लाख रुपए का नुकसान हुआ है. ऐसे में जल संस्थान ने योजनाओं को सुचारू करने के लिए जिला प्रशासन से बजट की मांग की है.

अधीक्षण अभियंता जल संस्थान विशाल कुमार सक्सेना ने बताया कि बीते दिनों आई दैवीय आपदा के चलते नैनीताल जिले के बेतालघाट, रामगढ़, भीमताल क्षेत्र की 41 पेयजल योजनाओं को भारी क्षति पहुंची है. पेयजल स्रोत के अलावा पाइप लाइनें भी क्षतिग्रस्त हुई हैं.

आपदा से जल संस्थान की 41 योजनाएं ध्वस्त.

उन्होंने बताया कि वैकल्पिक तौर पर उपभोक्ताओं को पेयजल उपलब्ध कराया जा रहा है. लेकिन दैवीय आपदा और अतिवृष्टि की भेंट चढ़ चुकी योजनाओं को सुचारू करने के लिए जिलाधिकारी से 16 लाख रुपए की डिमांड की गई है. इसके अलावा नुकसान के आकलन के लिए उप जिला अधिकारी के स्तर से पूरी जांच की जा रही है.

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उन्होंने बताया कि आपदा से सबसे ज्यादा नुकसान पेयजल स्रोतों को पहुंचा है. मलबा आने और लाइनें क्षतिग्रस्त होने से पेयजल व्यवस्था बाधित हो गई है. विभाग द्वारा क्षतिग्रस्त योजनाओं को दुरुस्त करने का काम किया जा रहा है. वैकल्पिक तौर पर प्लास्टिक के पाइपों से लोगों तक पेयजल आपूर्ति की जा रही है.

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