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लक्सर: युवक को ऑनलाइन शॉपिग करना पड़ा महंगा, लिंक क्लिक करते ही उड़े रुपए

लक्सर में एक युवक साइबर ठगी का शिकार हो गया. युवक ने ऑनलाइन सामान मंगवाया था, लेकिन शातिर ने डिलीवरी के नाम पर उसके फोन पे (PhonePe) पर एक लिंक भेज दिया. लिंक क्लिक करते ही उसके खाते से 30 हजार रुपये उड़ गए.

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Published : May 16, 2022, 8:11 PM IST

Updated : May 16, 2022, 10:00 PM IST

online fraud in Roorkee
रुड़की में साइबर ठगी

लक्सर: उत्तराखंड में साइबर ठगी के मामले लगातार बढ़ रहे हैं. ताजा मामला लक्सर से सामने आया है. जहां साइबर ठगों ने एक व्यक्ति से खाते से 30 हजार की रकम उड़ा ली. अब पीड़ित व्यक्ति ने पुलिस को तहरीर देकर कार्रवाई की मांग की है.

दरअसल, लक्सर निवासी रमेश ने पुलिस में एक तहरीर दी है. जिसमें रमेश ने बताया कि उसने एक ऑनलाइन सामान बेचने वाली वेबसाइट पर कुछ सामान ऑर्डर किया था. सामान की डिलीवरी अभी नहीं हुई थी. इस बीच उनके मोबाइल पर फोन आया. जिसमें फोनकर्ता ने उन्हें बताया कि उनका एक पार्सल आया है. इसके बाद एड्रेस कंफर्म करने के बाद उसने डिलीवरी के लिए उनसे पांच रुपए का शुल्क ऑनलाइन भेजने को कहा. इसके लिए उनके फोन पे पर एक लिंक भेजा.

ये भी पढ़ेंः पौड़ी में साइबर ठग ने डीएम की डीपी लगाकर सूचना अधिकारी से मांगे 10 हजार रुपए

रमेश के अनुसार उन्होंने लिंक पर क्लिक किया और इसके बाद उनके खाते से 30 हजार रुपये निकल गए. ठगी का अहसास होते हुए उन्होंने बैंक को फोन कर अपने खाते से पैसों की निकासी पर रोक लगवा दी. इससे उनके खाते में जमा बाकी पैसे बच गए. इसके बाद रमेश ने पुलिस को तहरीर दी. पुलिस मामले की जांच कर रही है.

ऑनलाइन फ्रॉड (Online Fraud) से कैसे बचें?

  • फोन पर किसी को भी अपनी बैंक डिटेल न दें.
  • अपना ATM पिन, CVV नंबर, डेबिट पासवर्ड और अकाउंट नंबर किसी को भी शेयर न करें.
  • किसी और का बताया पासवर्ड न बनाएं.
  • ओटीपी (OTP) किसी को भी शेयर न करें.
  • इंटरनेट पर कभी भी कस्टमर केयर का नंबर सर्च कर संपर्क न करें.
  • इंटरनेट पर आनी वाली साइटों पर अपनी निजी जानकारी न डालें.
  • किसी भी फ्री और डिस्काउंट के लालच में आकर लिंक पर क्लिक न करें.
  • कुछ महीनों के अंतराल पर अपना पासवर्ड बदलते रहें.
  • एटीएम वैलिडिटी एक्सपायर से संबंधित आने वाले कॉल और मैसेज का जबाव न दें.
  • बैंक के कर्मचारी फोन या ई-मेल पर आपकी पर्सनल जानकारी नहीं मांगते.
  • बैंक के कर्मचारी कभी भी एटीएम की वैलिडिटी खत्म होने पर कॉल नहीं करते हैं.
  • डेबिट कार्ड से शॉपिंग करते समय पब्लिक वाई-फाई का इस्तेमाल न करें.
  • लेनदेन करने के बाद रसीद जरूर लें.
  • ऑनलाइन शॉपिंग के बाद अपना बैंक स्टेटमेंट जरूर चेक करें.
  • गूगल पे और फोन पे समेत पेटीएम पर आने वाली लिंक कर क्लिक ना करें.

ऑनलाइन फ्रॉड होने पर क्या करें?

  • फ्रॉड का शिकार होने के बाद आपको बैंक में तीन दिन के भीतर इसकी जानकारी देनी होगी.
  • बैंक जांच करेगा कि पैसे आपकी गलती के कारण किसी दूसरे खाते में ट्रांसफर हुए हैं या आप धोखाधड़ी का शिकार हुए हैं या फिर किसी ने निकाल लिए हैं.
  • साइबर फ्रॉड का शिकार होने पर बैंक चोरी हुए पैसों की भरपाई करेगा, लेकिन ये भरपाई कुछ शर्तों पर ही होगी.
  • सबसे पहले अपने अकाउंट, कार्ड और इंटरनेट बैंकिंग को बंद कराएं. इसके बाद पुलिस में फ्रॉड की शिकायत दर्ज कराएं.
  • बैंक में एफआईआर की कॉपी लेकर जाएं. इसके आधार पर बैंक फ्रॉड की जांच करेगा.

ऐसी ही जरूरी और विश्वसनीय खबरों के लिए डाउनलोड करें ETV BHARAT APP

लक्सर: उत्तराखंड में साइबर ठगी के मामले लगातार बढ़ रहे हैं. ताजा मामला लक्सर से सामने आया है. जहां साइबर ठगों ने एक व्यक्ति से खाते से 30 हजार की रकम उड़ा ली. अब पीड़ित व्यक्ति ने पुलिस को तहरीर देकर कार्रवाई की मांग की है.

दरअसल, लक्सर निवासी रमेश ने पुलिस में एक तहरीर दी है. जिसमें रमेश ने बताया कि उसने एक ऑनलाइन सामान बेचने वाली वेबसाइट पर कुछ सामान ऑर्डर किया था. सामान की डिलीवरी अभी नहीं हुई थी. इस बीच उनके मोबाइल पर फोन आया. जिसमें फोनकर्ता ने उन्हें बताया कि उनका एक पार्सल आया है. इसके बाद एड्रेस कंफर्म करने के बाद उसने डिलीवरी के लिए उनसे पांच रुपए का शुल्क ऑनलाइन भेजने को कहा. इसके लिए उनके फोन पे पर एक लिंक भेजा.

ये भी पढ़ेंः पौड़ी में साइबर ठग ने डीएम की डीपी लगाकर सूचना अधिकारी से मांगे 10 हजार रुपए

रमेश के अनुसार उन्होंने लिंक पर क्लिक किया और इसके बाद उनके खाते से 30 हजार रुपये निकल गए. ठगी का अहसास होते हुए उन्होंने बैंक को फोन कर अपने खाते से पैसों की निकासी पर रोक लगवा दी. इससे उनके खाते में जमा बाकी पैसे बच गए. इसके बाद रमेश ने पुलिस को तहरीर दी. पुलिस मामले की जांच कर रही है.

ऑनलाइन फ्रॉड (Online Fraud) से कैसे बचें?

  • फोन पर किसी को भी अपनी बैंक डिटेल न दें.
  • अपना ATM पिन, CVV नंबर, डेबिट पासवर्ड और अकाउंट नंबर किसी को भी शेयर न करें.
  • किसी और का बताया पासवर्ड न बनाएं.
  • ओटीपी (OTP) किसी को भी शेयर न करें.
  • इंटरनेट पर कभी भी कस्टमर केयर का नंबर सर्च कर संपर्क न करें.
  • इंटरनेट पर आनी वाली साइटों पर अपनी निजी जानकारी न डालें.
  • किसी भी फ्री और डिस्काउंट के लालच में आकर लिंक पर क्लिक न करें.
  • कुछ महीनों के अंतराल पर अपना पासवर्ड बदलते रहें.
  • एटीएम वैलिडिटी एक्सपायर से संबंधित आने वाले कॉल और मैसेज का जबाव न दें.
  • बैंक के कर्मचारी फोन या ई-मेल पर आपकी पर्सनल जानकारी नहीं मांगते.
  • बैंक के कर्मचारी कभी भी एटीएम की वैलिडिटी खत्म होने पर कॉल नहीं करते हैं.
  • डेबिट कार्ड से शॉपिंग करते समय पब्लिक वाई-फाई का इस्तेमाल न करें.
  • लेनदेन करने के बाद रसीद जरूर लें.
  • ऑनलाइन शॉपिंग के बाद अपना बैंक स्टेटमेंट जरूर चेक करें.
  • गूगल पे और फोन पे समेत पेटीएम पर आने वाली लिंक कर क्लिक ना करें.

ऑनलाइन फ्रॉड होने पर क्या करें?

  • फ्रॉड का शिकार होने के बाद आपको बैंक में तीन दिन के भीतर इसकी जानकारी देनी होगी.
  • बैंक जांच करेगा कि पैसे आपकी गलती के कारण किसी दूसरे खाते में ट्रांसफर हुए हैं या आप धोखाधड़ी का शिकार हुए हैं या फिर किसी ने निकाल लिए हैं.
  • साइबर फ्रॉड का शिकार होने पर बैंक चोरी हुए पैसों की भरपाई करेगा, लेकिन ये भरपाई कुछ शर्तों पर ही होगी.
  • सबसे पहले अपने अकाउंट, कार्ड और इंटरनेट बैंकिंग को बंद कराएं. इसके बाद पुलिस में फ्रॉड की शिकायत दर्ज कराएं.
  • बैंक में एफआईआर की कॉपी लेकर जाएं. इसके आधार पर बैंक फ्रॉड की जांच करेगा.

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Last Updated : May 16, 2022, 10:00 PM IST
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