रुड़कीः सीएए के खिलाफ दिल्ली के शाहीन बाग में धरना प्रदर्शन जारी है. ऐसे में शाहीन बाग की तर्ज पर मंगलौर में भी भारी संख्या में मुस्लिम महिलाओं ने धरना दिया. ये महिलाएं हाथों में तिरंगा और सीएए व एनआरसी के विरोध में लिखी तख्तियां लेकर अपने बच्चों के साथ दरगाह शाह विलायत तिराहे पर धरने के लिए पहुंची थी.
इस दौरान पुलिस महकमा और खुफिया विभाग में हड़कम्प मच गया. आनन-फानन में भारी पुलिस बल सीओ मंगलौर के नेतृत्व में मौके पर पहुंचा. वहीं, प्रदर्शनकारी महिलाओं को सीओ और कोतवाल मंगलौर द्वारा धरने पर बैठने से मना किया गया, पर प्रदर्शनकारी महिलाओं ने पुलिस अधिकरियो की नहीं सुनी और धरने पर डटी रहीं.
बता दें कि रुड़की के मंगलौर में शाहीन बाग की तर्ज पर दो दर्जन महिलाएं मोहल्ला किला स्थित दरगाह शाह विलायत तिराहे पर सीएए ,एनआरसी और एनपीआर के विरोध में पहुंची. इसी बीच मंगलौर कोतवाल प्रदीप चौहान भी मौके पर पहुंच गए. किसी तरह महिलाओं को समझाकर भेज दिया गया लेकिन फिर बड़ी संख्या में प्रदर्शन करने के लिए मुस्लिम महिलाएं बच्चों सहित पहुंच गयी और सीएए, एनआरसी और एनपीआर के खिलाफ जमकर नारेबाजी करने लगी.
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इस दौरान सीओ डीएस रावत ने महिलाओं को समझाने की कोशिश की पर महिलायें नहीं मानी और धरने पर बैठ गयीं. प्रदर्शनकारी महिलाओं का कहना है कि जब तक ये काले कानून वापस नहीं लिए जाएंगे, हम प्रदर्शन करते रहेंगे.