हरिद्वार: विश्व हिंदू परिषद के केंद्रीय मार्गदर्शक मंडल को दो दिवसीय बैठक आज सम्पन्न हो गई है. दो दिनों और तीन सत्रों में चली इस बैठक में देश के कोने कोने से आये साधु-संतों ने हिस्सा लिया. आज अंतिम दिन बैठक में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने भी शिरकत की. बैठक की समाप्ति के बाद जानकारी देते हुए विहिप राष्ट्रीय महासचिव मिलिंद परांडे और जूना अखाड़े के आचार्य महामंडलेश्वर अवधेशानंद गिरी महाराज ने बताया बैठक में उठे देश के ज्वलंत मुद्दों जिसमें समलैंगिक विवाह और लैंड जिहाद के साथ साथ मंदिरों के सरकारों के अधिग्रहण आदि के विषय प्रमुखता से उठाया गया.
उन्होंने बताया बैठक में निर्णय लिया गया कि धर्मांतरण, लैंड जिहाद ओर लव जिहाद के प्रति जन जागरण को देश भर के संत पूरे देश के गांवों में भ्रमण करेंगे. विहिप के राष्ट्रीय महामंत्री मिलिंद परांडे के बताया 2 दिन चली इस बैठक में मुख्य रूप से तीन विषयों पर कर्मचारियों ने चिंतन किया. सबसे पहला देशभर के मंदिरों पर जिस तरह से सरकारें अधिग्रहण कर रही हैं उसको मुक्त किया जाना चाहिए. उन्होंने कहा एक तरफ सरकार कई सरकारी संपत्तियों का निजीकरण कर रही है तो मठ मंदिरों को ही क्यों अपने अधीन कर रही है. दूसरे विषय के बारे में जानकारी देते हुए उन्होंने कहा आज देश में जिस तरह से समलैंगिक विवाह पर चर्चा हो रही है. उसको हिंदू समाज किसी भी तरह से बर्दाश्त नहीं करेगा.
जूना अखाड़े के आचार्य महामंडलेश्वर अवधेशानंद गिरी महाराज ने कहा बैठक में सरकारों द्वारा मठ मंदिरों को अधिग्रहण किये जाने पर चिंतन किया गया. सरकारों से यह आग्रह किया गया है कि सरकारें मठ मंदिरों से अपना अधिग्रहण छोड़े. मंदिरों के पैसे से अपनी सरकारें ना चलाये. वहीं, उन्होंने कहा हिन्दू समाज में विवाह एक आश्रम है. जिसको तोड़ने के प्रयास किये जा रहे है. यह समाज का अभिन्न अंग है.