हरिद्वार: धर्मनगरी को चारधाम यात्रा का प्रवेश द्वार माना जाता है. लेकिन हरिद्वार में पिछले 8 सालों से भी ज्यादा समय से अधूरे पड़े फ्लाईओवर्स अभी तक बन नहीं पाये हैं, जो अब जाम का कारण बन गये हैं. चारधाम यात्रा शुरू होने से पहले जब ये हालात हैं तो यात्रा शुरू होने के बाद क्या होगा ? वहीं, जाम लगने से होटल व्यवसायियों और ट्रैवेल व्यवसायी काफी चिंतित हैं.
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धर्मनगरी में दिल्ली नेशनल हाइवे और फ्लाईओवर का काम सालों से अधर में अटका है. हरिद्वार के सबसे व्यस्ततम चौराहों में से एक शंकराचार्य चौक पर फ्लाईओवर निर्माण का काम चल रहा है, जिससे यहां जाम की स्थिति बनी रहती है. साथ ही चंडी चौक से रोडीबेलवाला, सर्वानंद घाट से पंतद्वीप और VIP घाट के पास भी भीड़ बढ़ते ही जाम लग जाता है. हरिद्वार शहर में लगने वाले इस जाम को देखते हुए होटल और ट्रैवेल व्यवसायी काफी चिंतित है, क्योंकि इससे उनके रोजगार पर संकट की स्थिति बन गयी है.
होटल कारोबारियों का कहना है कि हरिद्वार में लगने वाले जाम के कारण ज्यादातर यात्री हरिद्वार नहीं रुकते हैं, जिससे होटल और ट्रैवेल व्यवसायियों की कमाई पर असर पड़ता है. होटल व्यवसायी विभास मिश्रा कहते हैं कि जब यात्री हरिद्वार पहुंचते हैं तो जाम में फंसकर उसकी आधी जान तो यहीं निकल जाती है.
उनका कहना है कुछ ही दिनों में यात्रा शुरू वाली है, लेकिन अभी तक उनकों बुकिंग मिलना शुरू नहीं हुआ है. जिससे वह काफी चिंतित हैं. साथ ही कहा कि डबल इंजन बीजेपी सरकार भले ही रोड निर्माण को लेकर लाख दावे करे, लेकिन हाइवे ठीक नहीं होने से हरिद्वार की हालत बहुत खराब है.
वहीं, ट्रैवल व्यवसाई उमेश पालीवाल का कहना है कि हरिद्वार में पिछले कई सालों से हाइवे की स्थिति बदहाल है. हाइवे की दुर्दशा के कारण लगने वाले जाम से उनकी रोजी-रोटी पर संकट खड़ा हो गया है. उनका कहना है कि अभी तो यात्रा शुरू भी नहीं हुई और अभी से जाम लगना शुरू हो गया है तो यात्रा के दौरान हालत इससे भी बुरी हो सकती है.