हरिद्वार: जिम कॉर्बेट नेशनल पार्क रामनगर से राजाजी टाइगर रिजर्व के पश्चिमी क्षेत्र में शनिवार को दूसरे बाघ को लाया गया. इस बाघ को शुक्रवार शाम को कॉर्बेट में ट्रेंकुलाइज किया गया था. जिसके बाद सड़क मार्ग से विशेषज्ञों की निगरानी में बाघ को राजाजी टाइगर रिजर्व में लाया गया. बाघ को एक बाड़े में छोड़ा गया है, जहां पार्क निदेशक और अन्य विभागीय कर्मचारी बाघ की एक्टिविटी पर नजर रखेंगे.
राजाजी टाइगर रिजर्व में इस समय बाघ, बाघिन की संख्या 40 हैं. इनमें से 38 बाघ-बाघिन राजाजी टाइगर रिजर्व के पूर्वी क्षेत्र में हैं. वहीं, पश्चिमी क्षेत्र में महज हो बाघ हैं. ऐसे में पश्चिमी क्षेत्र और पूर्वी क्षेत्र में बाघों का संतुलन गड़बड़ा रहा है. इसकी के मद्देनजर वन विभाग की ओर से राजाजी टाइगर रिजर्व के पश्चिमी क्षेत्र में पांच बाघों को लाने की योजना बनाई गई है.
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इसस पहले बीती 23 दिसंबर को एक बाघिन को कॉर्बेट से राजाजी लाया गया था. उसे भी कुछ दिनों तक बाड़े में रखा गया था. विभागीय सूत्रों की मानें तो बाघिन यहां एक रेंज में फ्रीकुएन्ट मूवमेंट कर रही है. उसकी सेहत भी बेहतर नजर आ रही है उम्मीद है कि बाघ के आ जाने के बाद जल्द ही यह जोड़ा बनाएगी.
बता दें कि राजाजी में एक बड़ा क्षेत्र बाघों के लिहाज से अनुकूल माना जाता है और यहां पर महज दो बाघिन होने के चलते दूसरे कुछ बाघों को यहां लाकर राजाजी में बाघों की संख्या बढ़ाने का कार्यक्रम है. इसी को लेकर राजाजी में एक बड़ा बाड़ा भी तैयार किया गया है.