हरिद्वार: आज वैलेंटाइन डे है. हर साल 14 फरवरी को लोग प्यार का त्यौहार मानकर वैलेंटाइन डे सेलिब्रेट करते हैं. वैलेंटाइन डे पर ईटीवी भारत आपको एक ऐसे प्यार की कहानी बताने जा रहा है, जो समाज के लिए एक मिसाल है. बात 24 साल पुरानी है जब हरिद्वार के संदीप का दिल एक बेहद खूबसूरत लड़की सोनिया पर आ गया. आज का वेलेंटाइन संदीप और सोनिया के लिए बेहद खास है.
ये हैं हरिद्वार के व्यवसायी संदीप अरोड़ा. शक्ल सूरत से किसी भी दूसरे हैंडसम लड़कों से कम नहीं हैं. कुदरत ने इन्हें सब कुछ दिया है लेकिन कुदरत इनके साथ एक जगह नाइंसाफी कर गया. संदीप अरोड़ा बचपन से ही मूक-बधिर हैं. संदीप न तो ठीक से बोल पाते हैं और न ही सुन सकते हैं, मगर इनकी कमी इनके जीवन में कभी तरक्की में आड़े नहीं आई. संदीप न ही कभी निराश हुए. इस कमी के बावजूद संदीप अरोड़ा में आत्मविश्वास भरपूर हैं.
बता दें कि 24 साल पहले वैलेंटाइन डे को संदीप ने एक लड़की को देखा और पहली नजर में इन्हें भा गई. लड़की बहुत खूबसूरत थी और जब एक कार्यक्रम में संदीप ने सोनिया को देखा तो उनसे प्यार कर बैठे. संदीप ने सोनिया को दोस्ती का प्रस्ताव भी दे डाला. सोनिया भी संदीप के मूक-बधिर होने के बारे में जानती थी. इसके बावजूद भी सोनिया ने उनके प्रस्ताव को स्वीकार कर लिया. बस यही से शुरू हुई दोनों की प्रेम कहानी.
संदीप ने प्यार के इजहार के एक हफ्ते बाद ही सोनिया को शादी का प्रस्ताव दे दिया लेकिन यहां सोनिया के परिजन आड़े आ गए. उन्होंने शादी करने से इनकार कर दिया. सोनिया और संदीप प्यार की डगर पर काफी आगे जा चुके थे. जहां से उनका पीछे लौटना संभव नहीं था. संदीप 24 साल पहले कि उस वक्त को याद करते बताते हैं कि सोनिया उस वक्त जिस कॉलेज में पढ़ती थी. वह शहर से काफी दूर था, जबकि संदीप शहर के बीचों-बीच स्थित कॉलेज में पढ़ाई करते थे.
उन्होंने बताया कि सोनिया साइंस की छात्रा थी, जबकि संदीप कॉमर्स के कॉलेज काफी दूर होने से दोनों के बीच मेल मुलाकात में काफी परेशानी आती थी. मिलने के लिए बहुत इंतजार करना पड़ता था इस परेशानियों को देखते हुए दोनों ने अपने प्यार की खातिर एक ही कॉलेज में पढ़ने का फैसला किया. सोनिया ने अपना कॉलेज को छोड़कर संदीप के कॉलेज में एडमिशन ले लिया.
पढ़ें- पुलवामा हमला: शहीद जवानों को देश भर में दी जाएगी श्रद्धांजलि, घटनास्थल पर बनाया जाएगा भारत का नक्शा
सोनिया का कहना है कि संदीप के मूक-बधिर होने से कोई दिक्कत नहीं थी. बस इनकी सिम्पलिसिटी उन्हें बहुत पसंद आई थी. सोनिया के मुताबिक उनके परिजन संदीप से शादी कराने को बिल्कुल तैयार नहीं थे. परिजनों का कहना था कि मूक-बधिर से शादी करने से समाज में उनकी इज्जत पर फर्क पड़ेगा. लोग तरह-तरह की बातें करेंगे. जिसके बाद संदीप और सोनिया ने परिवार के खिलाफ जाकर शादी कर ली.
सोनिया बताती हैं कि परिवार के खिलाफ जाकर शादी करने के बाद परिजनों ने उनके साथ नाता तोड़ लिया. लेकिन वो संदीप के साथ अपनी नई जिंदगी से बहुत खुश थी. धीरे-धीरे करीब एक साल बाद सोनिया के परिजनों ने भी दोनों की शादी को स्वीकार कर लिया. सोनिया संदीप को जीवनसाथी के रूप में पाकर बहुत खुश थी.
सोनिया का कहना है कि उन दोनों ने कभी भी परिवार के शुरुआती विरोध और समाज के तानों की कभी परवाह नहीं की और वक्त के साथ दोनों में प्यार और गहरा होता गया. आज दोनों के बीच वही 24 साल पहले वाला प्यार है. संदीप ने बताया कि अभी पिछले हफ्ते ही दोनों दुबई ट्रिप पर गए थे जहां उन्होंने जमकर मस्ती की.
पढ़ें- कोरोनावायरस : डायमंड प्रिंसेज क्रूज में संक्रमित लोगों की संख्या 218 पहुंची
प्यार इंसान को जीना सिखाता है, तभी कहते हैं अगर किसी को प्यार हो जाता है तो वह हर मुसीबतों से लड़ जाता है और सच्चे प्यार को पाने के लिए सब कुछ करने को तैयार रहता है. सोनिया और संदीप की प्रेम कहानी में भी यही देखने को मिलता है. क्योंकि इन्होंने प्यार किया और 24 साल से उस प्यार को निभा भी रहे हैं.