हरिद्वार: गुरुकुल महाविद्यालय में चोरों ने जरूरी दस्तावेजों पर हाथ साफ कर दिया. गुरुकुल के मुख्य अधिष्ठाता ने कनखल थाने में तहरीर देकर चोरों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया. पुलिस मामले की जांच में जुट गई है. बता दें इस मुकदमे में पूर्व अधिष्ठाता और एक निदेशक को नामजद कराया गया है. पूर्व में भी इस महाविद्यालय को लेकर कई तरह के विवाद हो चुके हैं.
पूर्व कैबिनेट मंत्री स्वामी यतीश्वरानंद पक्ष से जुड़े मुख्य अधिष्ठाता ने भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक गुट से जुड़े तीन लोगों पर कार्यालय का ताला तोड़कर अहम दस्तावेज चोरी करने का आरोप लगाया. मामले में मुख्य अधिष्ठाता ने कनखल थाने में एफआईआर कराया है.
गौरतलब है कि गुरुकुल महाविद्यालय पर कब्जे को लेकर दो साल पहले दो गुटों में जबरदस्त विवाद हुआ था. स्वामी यतीश्वरानंद के समर्थन वाले गुट से जुड़े महाविद्यालय के मुख्य अधिष्ठाता सोमप्रकाश चौहान ने कनखल थाने में एक मुकदमा दर्ज कराया था. तहरीर में उन्होंने बताया कि फरवरी माह में कार्यालय का ताला तोड़कर दस्तावेज चोरी कर लिए गए थे.
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इस संबंध में पदाधिकारी बलवंत सिंह चौहान ने भी शिकायत की थी, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की गई. तहरीर में आरोप लगाया गया है कि पूर्व मुख्य अधिष्ठाता क्षेत्रपाल सिंह चौहान, यशवंत सिंह चौहान और संस्था की भूमि पर बने कालेज एसडीआईएमटी के निदेशक अनिल गोयल ने चोरी की वारदात को अंजाम दिया है. थानाध्यक्ष कनखल मुकेश चौहान ने बताया कि तहरीर के आधार पर तीनों आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया है. जांच कर कार्रवाई की जाएगी.