हरिद्वार: देश में कोरोना की दूसरी लहर चरम पर है. हालांकि वैक्सीनेशन प्रक्रिया भी साथ-साथ चल रही है, लेकिन वैक्सीनेशन की प्रक्रिया में लगता है कि निचले वर्ग का ख्याल नहीं रखा गया है, क्योंकि वैक्सीनेशन प्रक्रिया के लिए ऑनलाइन पंजीकरण की सुविधा दी गई है. प्रक्रिया से गरीब या तो अंजान हैं या फिर उनके पास इसके लिए पर्याप्त साधन नहीं हैं.
स्थानीय लोगों का कहना है कि लॉकडाउन की वजह से साइबर कैफे बंद हैं. ऐसे में वह अपना रजिस्ट्रेशन कैसे करेंगे? उनका कहना है कि उनसे रोजगार भी छिन गया है, ऐसे में उनके सामने वैक्सीन लगाने की बड़ी चुनौती है.
डीएम ने दी जानकारी
इस मामले पर हरिद्वार के जिला अधिकारी सी रविशंकर का कहना है कि जिनके पास सुविधा नहीं है, उनका पंजीकरण सरकार की तरफ से किया जाएगा. इसमें डोर टू डोर गैस सिलेंडर वाले, ऑक्सीजन सप्लायर्स और अखबार बांटने वाले व्यक्ति को प्राथमिकता दी जाएगी. उन्होंने यह भी कहा कि कैंप के माध्यम से जिनके पास स्मार्टफोन नहीं हैं, उनका पंजीकरण सरकार द्वारा कराया जाएगा. इसके लिए आंगनबाड़ी कर्मचारियों को नियुक्त किया जाएगा.