हरिद्वार: जगद्गुरु शंकराचार्य स्वरूपानंद सरस्वती महाराज के शिष्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती शनिवार को अपने हरिद्वार स्थित आश्रम पहुंचे. जहां उनके उनके शिष्यों ने उनका भव्य स्वागत किया. इस दौरान स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद ने भारतीय जनता पार्टी को जीत की शुभकामनाएं भी दी.
राज्य में नये मुख्यमंत्री के सवाल पर अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती ने कहा मुख्यमंत्री किसे बनाया जाए, यह पार्टी का अपना विषय है. उन्होंने कहा जब पुष्कर सिंह धामी के नेतृत्व में उत्तराखंड में भारतीय जनता पार्टी जीती है तो केवल उनकी हार मात्र से उन्हें रिजेक्ट करना सही नहीं होगा. उनके हार जाने का सीधा मतलब यह है कि उन्होंने पूरे प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी की सरकार बनाने में मेहनत की है. इसलिए वह अपनी विधानसभा पर ध्यान नहीं दे पाए. पुष्कर सिंह धामी ऊर्जावान युवा हैं. पार्टी को चाहिए कि उन्हें एक बार फिर मौका दे.
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स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद ने कहा प्रधानमंत्री को किसी भी पार्टी का प्रचार प्रसार नहीं करना चाहिए. अगर मुख्यमंत्री और प्रधानमंत्री पूरे देश और राज्य का होता हैं तो वह किसी एक विशेष पार्टी का क्यों प्रचार करते हैं? किसी भी मुख्यमंत्री और प्रधानमंत्री को पार्टी का प्रचार नहीं करना चाहिए, क्योंकि इस पद की गरिमा होती है.
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वहीं, यूनिफॉर्म सिविल कोड पर का विरोध करते हुए स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद ने कहा कि यह धर्म पर हस्तक्षेप है. यूनिफॉर्म सिविल कोड लागू होने के बाद धर्म के लिए एक जैसा कानून आ जाएगा, लेकिन ऐसा संभव नहीं है.
उन्होंने कहा क्या आप हिंदू को मजबूर कर पाएंगे कि वह मुसलमानों के साथ हनुमान चालीसा पढ़े, या फिर मुसलमानों को हिंदुओं के साथ नमाज पढ़ने की आप बात नहीं कर सकते. इसलिए इसकी कोई आवश्यकता नहीं है.