ETV Bharat / state

शांतिकुंज प्रमुख डॉ. पंड्या के पिता का देहांत, खड़खड़ी घाट पर हुआ अंतिम संस्कार

जानकारी के अनुसार सत्यनारायण पंड्या मध्य प्रदेश उच्च न्यायालय से न्यायमूर्ति के पद से सेवानिवृत थे. बीती देर रात उनका देहांत हो गया. आज सुबह हरिद्वार के खड़खड़ी शमशान घाट पर पूरे विधि विधान के साथ उनका अंतिम संस्कार किया गया

author img

By

Published : Feb 20, 2019, 3:43 PM IST

Updated : Feb 20, 2019, 10:20 PM IST

haridwar

हरिद्वार: गायत्री परिवार के मुखिया प्रणव पंड्या के पिता का कल देर रात निधन हो गया. जिसके बाद से गायत्री परिवार के साधकों और कार्यकर्ताओं में शोक की लहर है. आज सुबह पूरे विधि-विधान के साथ सत्यनारायण पंड्या का अंतिम संस्कार खड़खड़ी घाट में किया गया. डॉ. प्रणव पंड्या ने अपने पिता की चिता को मुखाग्नि दी.

सत्यनारायण पंड्या का खड़खड़ी घाट पर किया गया अंतिम संस्कार.

पढे़ं-निजी डॉक्टरों के हड़ताल का मामला पहुंचा नैनीताल हाई कोर्ट, 20 फरवरी को होगी सुनवाई

शान्तिकुंज प्रमुख के पिता सत्यनारायण पंड्या (96वर्षीय) ने हरिद्वार स्थित शान्तिकुंज में अपनी आखिरी सांस ली. जानकारी के अनुसार सत्यनारायण पंड्या मध्य प्रदेश उच्च न्यायालय से न्यायमूर्ति के पद से सेवानिवृत थे. बीती देर रात उनका देहांत हो गया. आज सुबह हरिद्वार के खड़खड़ी शमशान घाट पर पूरे विधि विधान के साथ उनका अंतिम संस्कार किया गया. इस मौके पर बड़ी संख्या में अखिल विश्व गायत्री परिवार के कार्यकर्ता मौजूद रहे.

बता दें कि उन्होंने गायत्री तपोभूमि मथुरा में गायत्री परिवार के संस्थापक पंडित श्रीराम शर्मा आचार्य से दीक्षा ली थी. न्यायिक सेवा से सेवानिवृत्त होने के बाद सत्यनारायण पंड्या 1981 से ही शांतिकुंज आ गए थे. वे गायत्री परिवार के संस्थापक श्रीराम शर्मा आचार्य की ओर से रचित अनेक साहित्यों को अंग्रेजी में अनुवाद भी किया करते थे. साथ ही आजीवन गायत्री परिवार में कार्यकर्ता के तौर पर सभी को आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करते रहे.

undefined

हरिद्वार: गायत्री परिवार के मुखिया प्रणव पंड्या के पिता का कल देर रात निधन हो गया. जिसके बाद से गायत्री परिवार के साधकों और कार्यकर्ताओं में शोक की लहर है. आज सुबह पूरे विधि-विधान के साथ सत्यनारायण पंड्या का अंतिम संस्कार खड़खड़ी घाट में किया गया. डॉ. प्रणव पंड्या ने अपने पिता की चिता को मुखाग्नि दी.

सत्यनारायण पंड्या का खड़खड़ी घाट पर किया गया अंतिम संस्कार.

पढे़ं-निजी डॉक्टरों के हड़ताल का मामला पहुंचा नैनीताल हाई कोर्ट, 20 फरवरी को होगी सुनवाई

शान्तिकुंज प्रमुख के पिता सत्यनारायण पंड्या (96वर्षीय) ने हरिद्वार स्थित शान्तिकुंज में अपनी आखिरी सांस ली. जानकारी के अनुसार सत्यनारायण पंड्या मध्य प्रदेश उच्च न्यायालय से न्यायमूर्ति के पद से सेवानिवृत थे. बीती देर रात उनका देहांत हो गया. आज सुबह हरिद्वार के खड़खड़ी शमशान घाट पर पूरे विधि विधान के साथ उनका अंतिम संस्कार किया गया. इस मौके पर बड़ी संख्या में अखिल विश्व गायत्री परिवार के कार्यकर्ता मौजूद रहे.

बता दें कि उन्होंने गायत्री तपोभूमि मथुरा में गायत्री परिवार के संस्थापक पंडित श्रीराम शर्मा आचार्य से दीक्षा ली थी. न्यायिक सेवा से सेवानिवृत्त होने के बाद सत्यनारायण पंड्या 1981 से ही शांतिकुंज आ गए थे. वे गायत्री परिवार के संस्थापक श्रीराम शर्मा आचार्य की ओर से रचित अनेक साहित्यों को अंग्रेजी में अनुवाद भी किया करते थे. साथ ही आजीवन गायत्री परिवार में कार्यकर्ता के तौर पर सभी को आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करते रहे.

undefined
Intro:एंकर - कल अखिल विश्व गायत्री परिवार प्रमुख डॉ प्रणव पंड्या के पिता सत्यनारायण पंड्या ने 96 वर्ष की उम्र में हरिद्वार स्थित शान्तिकुंज मे आखिरी सांस ली, शान्तिकुंज प्रमुख डॉ प्रणव पंड्या के पिता मध्य प्रदेश उच्च न्यायालय से न्यायमूर्ति के पद से सेवानिवृत थे एवं 1981 से शान्तिकुंज में ही रह रहे थे। सेवानिवृत जज सत्यनारायण पंड्या के निधन के बाद कल से ही बड़ी संख्या में देशभर से गायत्री परिवार कार्यकर्ता उनके अंतिम दर्शन के लिए हरिद्वार पहुंचने लगे थे, आज हरिद्वार के खड़खड़ी शमशान घाट पर पूर्ण विधि विधान के साथ गायत्री परिवार प्रमुख डॉ प्रणव पंड्या ने पिता को मुखाग्नि दी।



Body:VO 1 - 96 वर्षीय न्यायमूर्ति पांड्या ने मध्य प्रदेश उच्च न्यायालय से सेवानिवृत्त होने के बाद अपना जीवन शांतिकुंज में रहकर समाज कल्याण के काम करने में व्यतीत किया। बता दें उन्होंने गायत्री तपोभूमि मथुरा में गायत्री परिवार के संस्थापक पंडित श्रीराम शर्मा आचार्य से दीक्षा ली थी, जैसे ही यह दुखद खबर सामने आई है तभी से विश्व भर के गायत्री साधकों और शान्तिकुंज कार्यकर्ताओं में शोक की लहर।


Conclusion:विसुअल
Last Updated : Feb 20, 2019, 10:20 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.