ETV Bharat / state

एक साल पुराने अधिवक्ता उस्मान हत्याकांड की गुत्थी सुलझी, जमीनी विवाद में चचेरे भाई ने ही कराई थी हत्या - अधिवक्ता को गोली मारी

उत्तराखंड के हरिद्वार जिले में बीते साल जून महीने में हुई अधिवक्ता के हत्यारे का पुलिस ने पता लगा लिया है. अधिवक्ता की हत्या कराने वाला उसका चचेरा भाई ही था, जिसे पुलिस मुजफ्फरनगर की जेल से बी वारंट पर रुड़की ले आई है.

Etv Bharat
Etv Bharat
author img

By

Published : Aug 12, 2022, 9:08 PM IST

रुड़की: हरिद्वार जिले के रुड़की में करीब साल भर पहले हुए अधिवक्ता के हत्या की गुत्थी पुलिस ने सुलझा ली (advocate Usman murder case) है. अधिवक्ता की हत्या किसी और ने नहीं, बल्कि मृतक के चचेरे भाई ने ही कराई थी. हत्या करवाने की पीछे जमीनी विवाद बताया जा रहा है. आरोपी मुजफ्फरनगर की जेल में बंद है, जिन्हें बी वारंट पर रुड़की लाया गया. पुलिस को अभी इस मामले दो आरोपियों की तलाश है, जिन्होंने अधिवक्ता को गोली मारी (police solve murder case) थी.

जानकारी के मुताबिक रुड़की की गंगनहर कोतवाली क्षेत्र के पुरानी तहसील स्थित आयुर्वेदिक अस्पताल परिसर में 9 जून 2021 को बदमाशों ने अधिवक्ता उस्मान की गोली मारकर हत्या कर दी थी. हत्या उस समय हुई थी, जब देर रात अधिवक्ता उस्मान स्कूटी से अपने घर जा रहे थे. घर के पास ही परिसर में उनका शव पड़ा हुआ मिला था.
पढ़ें- दिल्ली पुलिस को मिली जिंदा कारतूसों की बड़ी खेप, दून से हो रही थी सप्लाई, उत्तराखंड पुलिस को भनक तक नहीं

वहीं, इस मामले में पुलिस ने उनके कुछ रिश्तेदारों को नामजद किया था, लेकिन जांच पड़ताल में उनकी कोई भूमिका सामने नहीं आई थी. इस हत्या की घटना के बाद उस्मान के चचेरे भाई अतर निवासी टांडा भनेड़ा, कोतवाली मंगलौर ने मुजफ्फरनगर में हुई लूट के एक मामले में कोर्ट में सरेंडर कर दिया था. जिसके बाद आरोपी मुजफ्फरनगर की जिला कारागार में बंद था. वहीं, इस मामले की जांच अब प्रभारी निरीक्षक एश्वर्य पाल कर रहे थे. पुलिस की जांच में हत्याकांड के तार मुजफ्फरनगर जेल में बंद अतर तक जुड़ रहे थे.

पुलिस की जांच में सामने आ गया कि उस्मान की हत्या में अतर का हाथ है, जिसके बाद गंगनहर कोतवाली पुलिस ने कोर्ट के आदेश पर अतर को बी वारंट पर रुड़की जेल में शिफ्ट कराया. पुलिस ने इसके पीसीआर के लिए कोर्ट में प्रार्थना पत्र दिया था. कोर्ट ने गुरुवार को अतर का 10 घंटे का पुलिस रिमांड में दिया था. पुलिस ने अतर को रिमांड पर लेकर पूछताछ शुरू की.
पढ़ें- ऑटो में बैठे साथियों ने युवक पर चलाई गोली, तीन आरोपी चढ़े पुलिस के हत्थे, देखें वीडियो

गंगनहर कोतवाली प्रभारी एश्वर्य पाल ने बताया कि आरोपी ने अधिवक्ता उस्मान की हत्या में हाथ होने की बात कबूली है. उन्होंने बताया कि आरोपी ने जमीनी विवाद के चलते मुजफ्फरनगर निवासी उमेश से हत्या कराई थी, इस हत्याकांड में उमेश के साथ एक अन्य आरोपी भी शामिल था. आरोपी ने बताया कि हत्या के बाद उमेश ने घटना में प्रयुक्त तमंचा मेहवड़ के पास गंगनहर किनारे झाड़ियों में छिपाया था.

ऐश्वर्य पाल ने बताया कि अतर की निशानदेही पर पुलिस ने घटना में प्रयुक्त तमंचा मेहवड़ के पास से बरामद किया है. उन्होंने बताया कि हत्या करने वाले आरोपी उमेश और एक अन्य की तलाश में दबिश दी जा रही है.

रुड़की: हरिद्वार जिले के रुड़की में करीब साल भर पहले हुए अधिवक्ता के हत्या की गुत्थी पुलिस ने सुलझा ली (advocate Usman murder case) है. अधिवक्ता की हत्या किसी और ने नहीं, बल्कि मृतक के चचेरे भाई ने ही कराई थी. हत्या करवाने की पीछे जमीनी विवाद बताया जा रहा है. आरोपी मुजफ्फरनगर की जेल में बंद है, जिन्हें बी वारंट पर रुड़की लाया गया. पुलिस को अभी इस मामले दो आरोपियों की तलाश है, जिन्होंने अधिवक्ता को गोली मारी (police solve murder case) थी.

जानकारी के मुताबिक रुड़की की गंगनहर कोतवाली क्षेत्र के पुरानी तहसील स्थित आयुर्वेदिक अस्पताल परिसर में 9 जून 2021 को बदमाशों ने अधिवक्ता उस्मान की गोली मारकर हत्या कर दी थी. हत्या उस समय हुई थी, जब देर रात अधिवक्ता उस्मान स्कूटी से अपने घर जा रहे थे. घर के पास ही परिसर में उनका शव पड़ा हुआ मिला था.
पढ़ें- दिल्ली पुलिस को मिली जिंदा कारतूसों की बड़ी खेप, दून से हो रही थी सप्लाई, उत्तराखंड पुलिस को भनक तक नहीं

वहीं, इस मामले में पुलिस ने उनके कुछ रिश्तेदारों को नामजद किया था, लेकिन जांच पड़ताल में उनकी कोई भूमिका सामने नहीं आई थी. इस हत्या की घटना के बाद उस्मान के चचेरे भाई अतर निवासी टांडा भनेड़ा, कोतवाली मंगलौर ने मुजफ्फरनगर में हुई लूट के एक मामले में कोर्ट में सरेंडर कर दिया था. जिसके बाद आरोपी मुजफ्फरनगर की जिला कारागार में बंद था. वहीं, इस मामले की जांच अब प्रभारी निरीक्षक एश्वर्य पाल कर रहे थे. पुलिस की जांच में हत्याकांड के तार मुजफ्फरनगर जेल में बंद अतर तक जुड़ रहे थे.

पुलिस की जांच में सामने आ गया कि उस्मान की हत्या में अतर का हाथ है, जिसके बाद गंगनहर कोतवाली पुलिस ने कोर्ट के आदेश पर अतर को बी वारंट पर रुड़की जेल में शिफ्ट कराया. पुलिस ने इसके पीसीआर के लिए कोर्ट में प्रार्थना पत्र दिया था. कोर्ट ने गुरुवार को अतर का 10 घंटे का पुलिस रिमांड में दिया था. पुलिस ने अतर को रिमांड पर लेकर पूछताछ शुरू की.
पढ़ें- ऑटो में बैठे साथियों ने युवक पर चलाई गोली, तीन आरोपी चढ़े पुलिस के हत्थे, देखें वीडियो

गंगनहर कोतवाली प्रभारी एश्वर्य पाल ने बताया कि आरोपी ने अधिवक्ता उस्मान की हत्या में हाथ होने की बात कबूली है. उन्होंने बताया कि आरोपी ने जमीनी विवाद के चलते मुजफ्फरनगर निवासी उमेश से हत्या कराई थी, इस हत्याकांड में उमेश के साथ एक अन्य आरोपी भी शामिल था. आरोपी ने बताया कि हत्या के बाद उमेश ने घटना में प्रयुक्त तमंचा मेहवड़ के पास गंगनहर किनारे झाड़ियों में छिपाया था.

ऐश्वर्य पाल ने बताया कि अतर की निशानदेही पर पुलिस ने घटना में प्रयुक्त तमंचा मेहवड़ के पास से बरामद किया है. उन्होंने बताया कि हत्या करने वाले आरोपी उमेश और एक अन्य की तलाश में दबिश दी जा रही है.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.