हरिद्वारः जन अधिकार मोर्चा आगामी 24 नवंबर को दिल्ली के जंतर मंतर में जातिगत आरक्षण के खिलाफ जनसभा करने जा रहा हैं. जिसमें साधु संतों के संरक्षण में आरक्षण को लेकर वार्ता की जाएगी. वहीं, इस मामले में जन अधिकार मोर्चा ने जातिगत आरक्षण को देश के लिए अभिशाप बताया है.
जन अधिकार मोर्चा के अध्यक्ष राजेश शर्मा ने बताया कि जातिगत आरक्षण देश के लिए एक अभिशाप बन चुका है. भारतीय संविधान में आरक्षण की व्यवस्था मात्र 10 सालों के लिए थी, लेकिन आज 70 साल होने जा रहे है. आज तक किसी आरक्षित वर्ग के व्यक्ति ने ये नहीं कहा कि उन्हें अब आरक्षण की जरुरत नहीं है. इससे जाहिर होता है कि देश में जातिगत आरक्षण का कोई भी लाभ नहीं हो रहा है. ऐसे में अब इसे पूरी तरह से खत्म करना देश के लिए जरूरी है.
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वहीं, अखिल भारतीय संत समिति के राष्ट्रीय प्रवक्ता श्री बाबा हठयोगी जी ने कहा कि आजादी के बाद भारतीय संविधान में 10 साल के लिए जो अति पिछड़े लोगों के लिए आरक्षण की व्यवस्था की गई थी. जिसमें कहा गया था कि 10 साल के भीतर उनकी स्थिति सुधर जाने पर आरक्षण खत्म कर दी जाएगी, लेकिन वोट बैंक की राजनीति में कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है.