हरिद्वार: अब जेल में बंद कैदियों को महापुरुषों के जीवन गाथा पढ़ाई जाएगी. महापुरुषों की जीवनी से सीख लेकर कैदियों के विचार व व्यवहार में बदलाव किया जाएगा. हरिद्वार जिला कारागार (Haridwar District Jail) को दिल्ली पब्लिक स्कूल ने एक हजार किताबें मिली है, जो कारागार की लाइब्रेरी में रखी जाएंगी.
अब तक जेल में बंदियों को सिर्फ सलाखों के पीछे जिन्दगी गुजारते सुना होगा, लेकिन हरिद्वार जिला जेल प्रशासन ने एक अच्छी पहल की है. इस पहल के तहत अब हरिद्वार जिला कारागार में कैदियों को पुस्तकालय की सुविधा भी मिलेगी. कैदियों के ज्ञान और आचरण में सुधार हो इसके लिए जिला जेल में बने पुस्तकालय में दिल्ली पब्लिक स्कूल ने जिला जेल के कैंदियों के लिए महापुरुषों के द्वारा लिखी गई एक हजार किताबें भेंट की हैं.
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बता दे, बीते दिनों देश की पहली महिला आईपीएस रहीं किरण बेदी (First woman IPS Kiran Bedi) ने कैदियों को समाज की मुख्य धारा से जोड़ने के लिए सुझाव दिए थे. इसके तहत विजन इंडिया फाउंडेशन (Vision India Foundation) की निदेशक मोनिका धवन (Director Monica Dhawan) और दिल्ली पब्लिक स्कूल रानीपुर के प्रधानाचार्य अनुपम जग्गा जिला जेल पहुंचे. उन्होंने जेल प्रशासन को किताबें एवं स्टेशनरी सौंपी. इस अवसर पर जेल अधीक्षक मनोज आर्य, आईटीसी, विप्रो, हीरो होंडा, मेलकम इंडिया के प्रतिनिधि मौजूद रहे.