हरिद्वार: कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने बीजेपी पर सरकारी योजनाओं के तहत मिलने वाली सहायता राशि से राजनीतिक लाभ लेने का आरोप लगाया है. नाराज कांग्रेसी कार्यकर्ताओं ने ज्वालापुर तहसील के मुख्य द्वार पर धरना देते हुए जमकर नारेबाजी की. कांग्रेसी कार्यकर्ताओं ने तहसील के कर्मचारियों पर भी बीजेपी से मिलीभगत करने का आरोप लगाया है.
एक पीड़ित ने आरोप लगाया कि नवंबर महीने में स्वीकृत बहन की शादी के रूप में मिलने वाली धनराशि का एक महीने बाद उनके पास लेटर आया था. मगर, अभी तक उन्हें कोई राशि नहीं मिली है. जब इस बारे में तहसील में पता कियो तो वहां से मुझे मंत्री मदन कौशिक के पास जाने को कहा गया. जब पीड़ित मदन कौशिक के ऑफिस पहुंचा तो वहीं उसे बताया गया कि उनका कोई चेक वहां नहीं है. ऑफिस से बताया गया कि चेक वार्ड के सभासद के पास है. बाद में जब उन्होंने फोन पर पता किया तो उन्हें कहा गया कि आप कांग्रेस से हो आप बीजेपी की सदस्यता ग्रहण करो तब आपको चेक मिलेगा.
पढ़ें- रेजांग ला की ठंडी चोटियों में गोलियों की आवाज से दम तोड़ती सच्चाई
वहीं, बीजेपी के खिलाफ धरना देने वाले मेयर प्रतिनिधि अशोक शर्मा ने कहा कि हरिद्वार में जितनी भी सरकारी योजनाओं के चेक आम जनता के लिए आते हैं उन चेक को लेखपाल द्वारा मंत्री मदन कौशिक के भाई और बीजपी पार्षदों को सौंप दिया जाता है. ये लोग योजना का लाभ लेने वाले लोगों को चेक देने की एवज में बीजेपी की सदस्यता का दबाव बनाते हैं.
पढ़ें-हिमालय दिवस 2020: हिमालय बचेगा तो हम बचेंगे
तहसील अधिकारियों द्वारा किसी भी कांग्रेस पार्षद या मेयर को चेक नहीं दिए जा रहे हैं. इसमें तहसील की भी लापरवाही सामने आ रही है. यहां जनता के पैसों की बंदरबांट की जा रही है. उन्होंने कहा हम चाहते हैं कि जितने भी इनके द्वारा चेक बांटे गए हैं या तो वह वापस हो या फिर फिर तहसील के अधिकारियों की तनख्वाह से इन पैसों को काटा जाए.
पढ़ें-श्रीनगर: 19 सितंबर से गढ़वाल विश्वविद्यालय में यूजी और पीजी की परीक्षाएं
वहीं, इस मामले में एसडीएम गोपाल चौहान का कहना है कि ये मामला उनके संज्ञान में अभी आया है. इस संबंध में तहसीलदार को जांच करने के निर्देश दिए गए हैं. उन्होंने कहा मामले में कोई भी दोषी पाया जाएगा तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी.