हरिद्वार/कोटद्वारः उत्तराखंड में मॉनसून ने कहर बरपाना शुरू कर दिया है. पिथौरागढ़ और कोटद्वार में कई लोगों की जिंदगी आपदा ने लील ली है. जबकि, प्रदेश के कई हिस्सों में भारी बारिश हो रही है. जिससे जनजीवन प्रभावित हो गया है. हरिद्वार, लक्सर समेत कोटद्वार में जगह-जगह जलभराव को देखने को मिला है. ऐसे में लोग दहशत में हैं. उन्हें चिंता सता रही है कि कोई अनहोनी न हो जाए. उधर, मौसम विभाग ने अलर्ट रहने की चेतावनी दी है.
हरिद्वार की सड़कें पानी से लबालब
तेज बारिश ने एक बार फिर हरिद्वार नगर निगम के दावों की पोल खोल कर रख दी है. नगर निगम भले ही जलभराव की समस्या से शहरवासियों को राहत की बात करता हो, लेकिन जब समस्या आती है तो कोई नजर नहीं आता है. लगातार हो रही बारिश ने न केवल शहर की सड़कों को जलमग्न कर दिया बल्कि, स्थानीय लोगों के घरों और दुकानों में भी पानी जा घुसा.
इतना ही नहीं पुलिस प्रशासन को भी बारिश के कारण जल भराव का सामना करना पड़ा. हरिद्वार के कनखल थाना क्षेत्र में बारिश के चलते जल भराव हो गया. कनखल थाना एसओ ने विकास भारद्वाज बताया कि यह थाना काफी पुराना है और पहले से ही जलभराव की समस्या है. उच्च अधिकारियों को समस्या का संज्ञान में लाया गया है.
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कोटद्वार में काल बनकर बरसा मौसम
सुबह से हो रही झमाझम बारिश लोगों के लिए मुसीबत का सबब बन गई है. भले ही बारिश से लोगों को गर्मी से राहत तो मिली हो, लेकिन कोटद्वार में कहीं जलभराव तो कहीं सड़कें बंद तो कहीं नदी-नाले उफान पर नजर आए. जहां कोटद्वार नगर के झंडाचौक, पुराना सिद्धबली मार्ग, देवीरोड, रिफ्यूजी कॉलोनी सहित कई जगह जलभराव की स्थिति पैदा हो गई है. राष्ट्रीय राजमार्ग 534 पर दुगड्डा में बादल फटने से नाले में आए पानी में कार समेत 3 लोग बह गए. प्रशासन ने रेस्क्यू कर तीनों लोगों के शवों को बरामद कर लिया है.