रुड़की: उत्तराखंड सरकार भले ही स्वास्थ्य सुविधाओं के बेहतर होने का दावा करती है लेकिन, रुड़की के सिविल अस्पताल में यह दावे पूरी तरह से खोखले साबित हो रहे हैं. रुड़की सिविल अस्पताल में अल्ट्रासाउंड नहीं होने की वजह से दूर-दराज से आने वाले मरीजों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है.
दरअसल रुड़की सिविल अस्पताल के रेडियोलॉजिस्ट डॉक्टर मनीष दत्त के सीएमओ पद पर पदोन्नति होने से अस्पताल में पिछले तीन दिनों से अल्ट्रासाउंड नहीं हो पा रहे हैं. वहीं शहर और देहात क्षेत्रों से आने वाली गर्भवती महिलाओं को खासी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. रुड़की सिविल अस्पताल में शहर के साथ-साथ आसपास के गांव देहात क्षेत्रों के लोग अल्ट्रासाउंड कराने के लिए पहुंचते हैं, जिनमें गर्भवती महिलाओं की संख्या अधिक रहती है.
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लेकिन अब सबसे बड़ी परेशानी गर्भवती महिलाओं को हो रही है. इतना ही नहीं अस्पताल प्रबंधन की ओर से अस्पताल में इस तरह की कोई सूची भी नहीं लगाई गई है, जिससे अल्ट्रासाउंड होने या ना होने की जानकारी मिल सके. इसके साथ ही अस्पताल प्रबंधन भी इस मामले से पूरी तरह बेखबर बना हुआ है. बता दें कि, रुड़की सिविल अस्पताल में मात्र एक रेडियोलॉजिस्ट था. जो हफ्ते में 3 दिन रुड़की और तीन दिन हरिद्वार में अल्ट्रासाउंड करता था.
लेकिन अब उन्हें सीएमओ पद की जिम्मेदारी मिल गई है. इसलिए मरीजों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. गर्भवती महिलाओं को बैरंग लौटना पड़ रहा है. वहीं अस्पताल के सीएमएस संजय कंसल का कहना है कि अस्पताल में रेडियोलॉजिस्ट के नहीं होने से दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. सीएमएस का कहना है कि इस बारे में उच्च अधिकारियों को अवगत करा दिया गया है. जल्द ही रेडियोलॉजिस्ट की तैनाती हो जाएगी, ताकि मरीजों को किसी भी परेशानी का सामना ना करना पड़े.