हरिद्वारः योग गुरू बाबा रामदेव के सहयोगी और पतंजलि के सीईओ आचार्य बालकृष्ण निरंजनी अखाड़े के आचार्य महामंडलेश्वर बनाए जाएंगे. इस बात की जानकारी खुद अखाड़ा परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरी ने दी है. अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरी के अनुसार अगले साल हरिद्वार कुंभ के दौरान या उससे पहले आचार्य बालकृष्ण निरंजनी अखाड़े के आचार्य महामंडलेश्वर घोषित किए जाएंगे.
महंत नरेंद्र गिरी के अनुसार इसके लिए आचार्य बालकृष्ण और बाबा रामदेव ने भी अपनी अनुमति दे दी है. वहीं अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरी का यह भी कहना है कि पहले आचार्य बालकृष्ण को संन्यास दीक्षा दी जाएगी और उसके बाद ही आचार्य महामंडलेश्वर पद पर उनका अभिषेक किया जाएगा.
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अखाड़ा परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरी का कहना है कि करीब 2 साल पहले उनके द्वारा आचार्य बालकिशन से आग्रह किया गया था कि वह निरंजनी अखाड़े के महामंडलेश्वर बने और कल भी आचार्य बालकृष्ण का स्वास्थ्य जानने वह खुद कनखल के दादू बाग स्थित दिव्य योग आश्रम पहुंचे थे, जहां आचार्य महामंडलेश्वर बनाने के लिए आचार्य बालकृष्ण से पुनः बात हुई. इस कार्य के लिए बाबा रामदेव और आचार्य बालकृष्ण ने भी अपनी अनुमति दी है.
वहीं नरेंद्र गिरी का यह भी कहना है कि 2021 महाकुंभ से पहले पहले आचार्य बालकृष्ण को आचार्य महामंडलेश्वर बना दिया जाएगा. इस कार्य में 13 अखाड़ों के वरिष्ठ जन उपस्थित होंगे. सभी साधु संत और संपूर्ण भारतवर्ष से महान विभूतियों को इस कार्यक्रम में शिरकत करने के लिए बुलाया जाएगा. इन सभी प्रबुद्ध जनों की उपस्थिति में एक विशाल कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा और उस कार्यक्रम में ही आचार्य बालकृष्ण को आचार्य महामंडलेश्वर की उपाधि से नवाजा जाएगा.
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वहीं महंत नरेंद्र गिरी का यह भी कहना है कि पहले आचार्य द्वारा विधिवत संन्यास लिया जाएगा और उसके बाद ही प्रक्रिया की शुरुआत की जाएगी. महंत नरेंद्र गिरी के अनुसार निरंजनी अखाड़े के आचार्य महामंडलेश्वर बनाने पर आचार्य बालकृष्ण और बाबा रामदेव ने में भी अपनी अनुमति दी है. लेकिन जब हमने इस मामले में आचार्य बालकृष्ण से बात करने की कोशिश की तो आचार्य बालकृष्ण ने फिलहाल इस मुद्दे पर कुछ भी बोलने से साफ इनकार कर दिया है.