ETV Bharat / state

हरिद्वार: राष्ट्रीय बाल अधिकार एवं संरक्षण आयोग ने लगाया शिविर, बच्चों की सुनीं समस्याएं

जो बच्चे आधार कार्ड बनने से वंचित रहे गए थे शिविर में उन बच्चों का आधार कार्ड बनवाया गया. इसके साथ ही उनके स्वास्थ्य संबंधित समस्याओं को सुना और उपचार भी किया गया.

haridwar
हरिद्वार
author img

By

Published : Dec 13, 2019, 7:56 PM IST

Updated : Dec 13, 2019, 8:45 PM IST

हरिद्वार: रोशनाबाद कलेक्ट्रेट भवन में शुक्रवार को राष्ट्रीय बाल अधिकार एवं संरक्षण आयोग की ओर से एक शिविर का आयोजन किया गया था. शिविर में बाल अधिकार संरक्षण आयोग के सदस्य आरजी आनंद ने बच्चों से जुड़ी सभी समस्याओं को सुना.

इस दौरान आनंद ने आयोग से जुड़ी कई जानकारियों लोगों को दी. उन्होंने बताया कि को छह से 14 साल की उम्र तक के बच्चों की बाल मजदूरी पर रोक लगानी है. इस मौके पर उन्होंने संबंधित अधिकारीयों को बच्चों की उचित देखरेख करने के लिए दिशानिर्देश दिए.

पढ़ें- बदरीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग पर सड़क हादसा, दो की मौत

आयोग की विधिक सलहाकार निधि शर्मा कौशल ने बताया कि आयोग ने फीस को लेकर रेगुलेटरी फ्रेमवर्क बनाया गया है. बच्चों की सुरक्षा के लिए मैनुअल भी तैयार किए गए है. निजी प्ले स्कूलों के नियमन और आवासीय सुविधाओं को लेकर दिशानिर्देश बनाये. बच्चों की स्वास्थ्य और शिक्षा से संबंधित कई कदम उठाए गए हैं. आयोग की तरफ से पूरा प्रयास किया गया है कि इनका प्रभावी रुप से क्रियान्वयन हो.

बच्चों की सुनीं समस्याएं

इन सब के अलावा जो बच्चे आधार कार्ड बनने से वंचित रहे गए थे शिविर में उन बच्चों का आधार कार्ड बनवाया गया. इसके साथ ही उनके स्वास्थ संबंधित समस्याओं को सुना और उपचार भी किया गया.

निधि शर्मा कौशल ने बताया कि आयोग की टीम ने लगातार दो दिन सभी सरकारी स्कूलों व बाल अधिकार संरक्षण से जुड़े सभी विभागों का निरीक्षण किया है. निरीक्षण के दौरान कई खामियां भी पाई गई. कौशल के मुताबिक शिक्षा व स्वास्थ के क्षेत्र में काफी सुधार की जरुरत है.

हरिद्वार: रोशनाबाद कलेक्ट्रेट भवन में शुक्रवार को राष्ट्रीय बाल अधिकार एवं संरक्षण आयोग की ओर से एक शिविर का आयोजन किया गया था. शिविर में बाल अधिकार संरक्षण आयोग के सदस्य आरजी आनंद ने बच्चों से जुड़ी सभी समस्याओं को सुना.

इस दौरान आनंद ने आयोग से जुड़ी कई जानकारियों लोगों को दी. उन्होंने बताया कि को छह से 14 साल की उम्र तक के बच्चों की बाल मजदूरी पर रोक लगानी है. इस मौके पर उन्होंने संबंधित अधिकारीयों को बच्चों की उचित देखरेख करने के लिए दिशानिर्देश दिए.

पढ़ें- बदरीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग पर सड़क हादसा, दो की मौत

आयोग की विधिक सलहाकार निधि शर्मा कौशल ने बताया कि आयोग ने फीस को लेकर रेगुलेटरी फ्रेमवर्क बनाया गया है. बच्चों की सुरक्षा के लिए मैनुअल भी तैयार किए गए है. निजी प्ले स्कूलों के नियमन और आवासीय सुविधाओं को लेकर दिशानिर्देश बनाये. बच्चों की स्वास्थ्य और शिक्षा से संबंधित कई कदम उठाए गए हैं. आयोग की तरफ से पूरा प्रयास किया गया है कि इनका प्रभावी रुप से क्रियान्वयन हो.

बच्चों की सुनीं समस्याएं

इन सब के अलावा जो बच्चे आधार कार्ड बनने से वंचित रहे गए थे शिविर में उन बच्चों का आधार कार्ड बनवाया गया. इसके साथ ही उनके स्वास्थ संबंधित समस्याओं को सुना और उपचार भी किया गया.

निधि शर्मा कौशल ने बताया कि आयोग की टीम ने लगातार दो दिन सभी सरकारी स्कूलों व बाल अधिकार संरक्षण से जुड़े सभी विभागों का निरीक्षण किया है. निरीक्षण के दौरान कई खामियां भी पाई गई. कौशल के मुताबिक शिक्षा व स्वास्थ के क्षेत्र में काफी सुधार की जरुरत है.

Intro:एंकर :— हरिद्वार के रोशनाबार कलैक्ट्रेड भवन में राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग भारत सरकार की ओर से बाल अधिकारों के संरक्षण हेतु शिविर का आयोजन किया गया । शिविर में बाल अधिकार संरक्षण आयोग भारत सरकार के सदस्य आर जी आनन्द द्वारा बच्चो से जुड़ी सभी समस्याओं को सुना गया । उन्होने बताया कि , आयोग द्वारा दिए गए अधिकारों जैसे समानता, 6 से 14 साल की उम्र तक के बच्चों को बाल मज़दूरी पर रोक लगाना है। इस मौके पर संबंधित अधिकारीयों को बच्चों की उचित देखरेख करने के लिए दिशानिर्देश दिए गए । Body:vo 1 -निधि शर्मा कौशल बताया कि आयोग द्वारा फीस को लेकर रेगुलेटरी फ्रेमवर्क बनाया गया है। बच्चों की सुरक्षा के लिए मैनुअल भी तैयार किए गए है।  निजी प्ले स्कूलों के नियमन और आवासीय सुविधाओं को लेकर दिशानिर्देश बनाये । बच्चो की स्वास्थ , शिक्षा संबंधि कई कदम उठाए गए हैं जिसमें पूरा प्रयास किया गया है कि इनका प्रभावी क्रियान्वयन हो ।  कई समस्याओ का निवारण मौके पर ही किया गया । जो बच्चे आधार कार्ड बनने से वंचित रहे गए थे शिविर में उन बच्चो का आधार कार्ड बनवाया गया , इसके साथ ही उनके स्वास्थ संबंधित समस्याओ को सुना व साथ ही साथ उनके स्वास्थ की जांच कर उन्हे सही उपचार भी दिया गया । इस मौके पर विधिक सलहाकार निधि शर्मा कौशल ने बताया कि , आयोग की टीम ने लगातार  2 दिन सभी सरकारी स्कूलो व बाल अधिकार संरक्षण से जुड़े सभी विभागो का निरिक्षण किया । जिसमें की कई तरीके की खामिया पाई गई । उन्होने बताया कि सबसे ज्यादा शिक्षा व स्वास्थ को लेकर सुधार करने की जरूरत है। बताया कि , मौसम खराब होने के बावजूद भी हमारे शिविर में लोेग अपनी परेशानीया लेकर आ रहे है अब तक लगभग 40 से ज्यादा शिकायत दर्ज की जा चुकी है जिनमें कई शिकायतो का मौके पर ही समाधान किया जा चुका है।Conclusion:बाईट :— निधि शर्मा कौशल — विधिक सलहाकार — राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग भारत सरकार
Last Updated : Dec 13, 2019, 8:45 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.