हरिद्वारः गुरुवार को पितृ पक्ष का अमावस्या है. हर साल पितृ अमावस्या पर बड़ी संख्या में लोग अपने पूर्वजों का पिंड दान और तर्पण करने हरिद्वार पहुंचते हैं, लेकिन इस बार कोरोना संक्रमण के चलते कर्मकांड अनुष्ठान के लिए नारायणी शिला को श्रद्धालुओं के लिए बंद कर दिया गया है. साथ ही भारी पुलिस बल को तैनात किया गया है. इसी कड़ी में सीओ सिटी पूर्णिमा गर्ग ने नारायणी शिला का निरीक्षण किया और पुलिस कर्मियों को जरूरी दिशा-निर्देश दिए. साथ ही वहीं, हर की पैड़ी समेत तमाम गंगा घाटों पर होने वाले गंगा स्नान को सोशल डिस्टेंसिंग के साथ कोविड गाइडलाइन के तहत कराने की बात कही.
नारायणी शिला मंदिर के मुख्य पुजारी पंडित मनोज त्रिपाठी का कहना है कि कोरोना संक्रमण के चलते सरकार ने गाइडलाइन जारी की है. जिसके तहत 50 से ज्यादा व्यक्ति इस स्थान पर जमा नहीं हो सकते हैं. जिसके मद्देनजर सभी श्रद्धालुओं को अपना श्राद्ध कर्म घर पर ही करने को कहा गया है. सभी के स्वास्थ्य का ध्यान रखते हुए मंदिर को बंद रखने का निर्णय लिया गया है.
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पितृ विसर्जन अमावस्या पक्ष का अंतिम दिन है. इस दिन सूर्य और चंद्रमा की राशि मिलती है. इस दिन चंद्रमा नहीं निकलते हैं, जिन्हें अपने पितरों की तिथि का ध्यान नहीं होता है. वो कल पितृ अमावस्या के दिन श्राद्ध कर सकते हैं. उन्होंने बताया कि अमावस्या के दिन गंगा के तट पर स्नान नहीं कर पाए तो कहीं पर भी गंगा में स्नान किया जा सकता है. घर पर भी गंगा का ध्यान कर स्नान करने पर वही पुन्य की प्राप्ति होती है, जो गंगा तट पर स्नान करने से प्राप्त होती है. इस दिन दान भी घर से करने से भी सहस्त्र फल की प्राप्ति होती है.
सीओ सिटी पूर्णिमा गर्ग का कहना है कि पितृ अमावस्या पर हरिद्वार आने वाले श्रद्धालुओं की ओर ज्यादातर अनुष्ठान नारायणी शिला मंदिर पर किए जाते हैं. कोरोना के चलते नारायणी शिला मंदिर को प्रशासन ने बंद कर दिया गया है. इस दौरान कोरोना की सभी गाइडलाइन का पालन पुलिस की ओर से कराया जाएगा. हर की पैड़ी पर स्नान भी गाइड लाइन के अनुसार ही कराया जाएगा और कहीं पर भी भीड़ को इकट्ठा नहीं होने दिया जाएगा.