रुड़की: उत्तराखंड में खनन माफियाओं को किसी का भी डर नहीं है. ताजा मामला हरिद्वार जिले की खानपुर रेंज का है. यहां खनन माफियाओं ने न केवल वन विभाग के कर्मचारियों के साथ मारपीट की, बल्कि उनकी वर्दी भी फाड़ी और फिर तमंचा दिखाते हुए फरार हो गए. वन विभाग के कर्मचारियों ने बुग्गावाला थाने में आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कराया है.
खानपुर रेंज में तैनात वन आरक्षी मोहित ने बुग्गावाला पुलिस को इस मामले में तहरीर दी है. उन्होंने पुलिस को बताया कि 28 जून की रात 9 बजे वह बुधवा शहीद चौकी से अपनी ड्यूटी तेलपुरा चेक पोस्ट के लिए जा रहे थे. तभी बुधवा शहीद अड्डे के पास उन्हें एक ट्रक आता दिखाई दिया, लेकिन चालक ट्रक रोकने के बजाय उसकी स्पीड बढ़ा दी.
वन आरक्षी मोहित ने तत्काल मामले की सूचना वन चौकी के कर्मचारी सत्तार को दी. खुद भी उन्होंने ट्रक का पीछा किया. वन आरक्षी अभिनव वर्सवाल, रोहित सैनी एवं सत्तार ने कुड़कवाला तिराहे पर ट्रक को रोका. इसके बाद वे भी वहां पहुंच गए.
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वन कर्मियों ने ट्रक ड्राइवर और परिचालक खालिद से ट्रक में भरे खनन सामग्री की जानकारी चाही और अभिलेख मांगे तो वह अभिलेख नहीं दिखा पाए. ट्रक में अवैध रूप से 20mm की बजरी भरी हुई थी. वन कर्मियों ने मामले की सूचना अधिकारियों को दी और वन क्षेत्राधिकारी के निर्देश अनुसार ट्रक को कुड़कावाला वन चौकी लेकर जाने लगे. आरोप है कि तभी वाहन स्वामी अनीश मलिक निवासी मानुवास कई लोगों के साथ कुड़कावाला आ गए है और उनकी साथ गाली-गलौज करने लगे.
वन विभाग के कर्मचारियों ने जब इसका विरोध किया तो उन्होंने उनके साथ मारपीट की और चाकू व देसी तमंचा लहराते उनकी वर्दी भी फाड़ दी. इसके ड्राइवर ट्रक को लेकर फरार हो गया. हालांकि वन विभाग की टीम ने घेराबंद कर मुजाहिदपुर में ट्रक को पकड़ लिया. लेकिन ड्राइवर मौके से फरार हो गया. वन आरक्षी मोहित ने पुलिस को दी तहरीर में आरोपियों पर कार्रवाई की मांग की है और उनसे अपनी जान को खतरा जताया है. पुलिस ने तहरीर के आधार पर निवासी लालवाला मजबता खालिद निवास और अनीश के खिलाफ संबंधित धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया है.