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हरिद्वार फूड प्वॉइजनिंग: मरीजों की संख्या बढ़कर हुई 122, कांग्रेस सदन में उठाएगी मुद्दा - sick after eating buckwheat flour

हरिद्वार फूड प्वॉइजनिंग मामले में मरीजों की संख्या 122 पहुंच गई है. प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री धन सिंह रावत, बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक और हरिद्वार के संतों ने अस्पताल पहुंचकर मरीजों का हालचाल जाना. इस दौरान संतों ने इस घटना को साजिश करार देते हुए सीएम से जांच की मांग की है.

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हरिद्वार
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Published : Apr 3, 2022, 10:12 AM IST

Updated : Apr 3, 2022, 4:48 PM IST

हरिद्वार: धर्मनगरी हरिद्वार में बीती रात पहले नवरात्रि के दिन कुट्टू के आटा खाने से हुए फूड प्वॉइजनिंग (Food poisoning) के मामले में अब हरिद्वार में तैनात अधिकारियों को सस्पेंड करने की मांग उठने लगी है. प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री धन सिंह रावत, बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक और हरिद्वार के संतों ने अस्पताल पहुंचकर मरीजों का हालचाल जाना. इस दौरान संतों ने इस घटना को साजिश करार देते हुए सीएम से जांच की मांग की है. वहीं, जिलाधिकारी हरिद्वार विनय शंकर पांडे ने फूड सेफ्टी डिपार्टमेंट को सैंपल लेने और जांच करने के आदेश दिए हैं.

बता दें, हरिद्वार के कांगड़ी और ब्रह्मपुरी में कुट्टू के आटे से बने पकवान खाने से मरीजों की संख्या बढ़ गई है. ताजा जानकारी के मुताबिक मरीजों की संख्या 122 पहुंच गई है. वहीं, अब मरीजों से मिलने नेताओं और संत भी पहुंचने लगे हैं. सबसे पहले भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष व हरिद्वार के विधायक मदन कौशिक मरीजों से मिलने पहुंचे, जिसके बाद साधु संतों ने भी मरीजों से बात की. इस दौरान उन्होंने अधिकारियों से बात करते हुए मुख्यमंत्री से पूरे मामले की जांच कराए जाने की मांग की है.

अस्पताल पहुंचकर मरीजों से मिले मदन कौशिक.

मरीजों से मिलने पहुंचे बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक ने कहा कि उन्होंने जीडी हॉस्पिटल व मेला हॉस्पिटल में एडमिट सभी मरीजों का हालचाल जाना है, सभी डॉक्टर्स सही तरह से कार्य कर रहे हैं और कोई भी मामला सीरियस नहीं है. उन्होंने अधिकारियों से कहा है कि सभी दुकानों के सैंपल लिए जाएं और जो भी तथ्य सामने आते हैं उसके आधार पर कार्रवाई की जाए.
पढ़ें- ऋषिकेश में लक्ष्मण झूला पुल की सपोर्टिंग वायर टूटी, आवाजाही ठप

वहीं, मरीजों का हालचाल जानने पहुंचे साधु-संतों ने इसे एक बड़ा षड्यंत्र बताया है. स्वामी आनंद स्वरूप ने कहा है कि कि यह हिंदुओं के खिलाफ एक सोची समझी साजिश हो सकती है लेकिन माता रानी के आशीर्वाद से कोई भी घटना नहीं घटी है. उन्होंने कहा है कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से आग्रह है कि वह इस पर जांच बैठाएं और तुरंत फूड सेफ्टी डिपार्टमेंट के अधिकारियों को सस्पेंड किया जाना चाहिए.

कांग्रेस विधायक सदन में उठाएंगे मुद्दा: हरिद्वार के ज्वालापुर सीट से कांग्रेसी विधायक रवि बहादुर ने मामले को सदन में उठाने की भी बात कही है. रवि बहादुर ने कहा कि उन्होंने पहले ही सदन में इस बात को कहा था कि नवरात्रि में फूड प्वॉइजनिंग के मामले कुट्टू के आटा खाने से काफी अधिक हो रहे हैं, जो कि पहले नहीं हुआ करते थे. उसके बावजूद भी अधिकारियों और प्रशासन में ने लापरवाही बरती है, जिसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. इस मामले सदन में उठाया जाएगा.

जिलाधिकारी ने बताई सामान्य घटना: हरिद्वार जिलाधिकारी विनय शंकर पांडे ने कहा है कि सभी मरीजों की स्थिति सामान्य है और ये सामान्य फूड प्वॉइजनिंग की घटना है मरीजों को जल्द हॉस्पिटल से छुट्टी मिल जाएगी. जिलाधिकारी ने कहा कि ऐसी घटनाएं हर साल देखने को मिलती हैं, ऐसे लोगों के खिलाफ राष्ट्रीय सुरक्षा कानून के तहत कार्रवाई की जाएगी. साथ ही जिलाधिकारी ने कहा कि किसी भी पर्व पर अब फूड सेफ्टी विभाग की टीम पहले ही खाद्य पदार्थों की जांच करेगी.

दरअसल, कुट्टू के आटे को उपवास के दौरान उपयोग में लाया जाता है, इसलिए नवरात्रि के सीजन में लोग ज्यादा कुट्टू के आटे से बने पकवानों का सेवन करते हैं. बताया जा रहा है कि हरिद्वार के गाजीवाला में लोगों ने बीते दिन यानी नवरात्रि के पहले दिन व्रत खोलने के लिए कुट्टू के आटे से बने पकवान खाए थे.

हरिद्वार: धर्मनगरी हरिद्वार में बीती रात पहले नवरात्रि के दिन कुट्टू के आटा खाने से हुए फूड प्वॉइजनिंग (Food poisoning) के मामले में अब हरिद्वार में तैनात अधिकारियों को सस्पेंड करने की मांग उठने लगी है. प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री धन सिंह रावत, बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक और हरिद्वार के संतों ने अस्पताल पहुंचकर मरीजों का हालचाल जाना. इस दौरान संतों ने इस घटना को साजिश करार देते हुए सीएम से जांच की मांग की है. वहीं, जिलाधिकारी हरिद्वार विनय शंकर पांडे ने फूड सेफ्टी डिपार्टमेंट को सैंपल लेने और जांच करने के आदेश दिए हैं.

बता दें, हरिद्वार के कांगड़ी और ब्रह्मपुरी में कुट्टू के आटे से बने पकवान खाने से मरीजों की संख्या बढ़ गई है. ताजा जानकारी के मुताबिक मरीजों की संख्या 122 पहुंच गई है. वहीं, अब मरीजों से मिलने नेताओं और संत भी पहुंचने लगे हैं. सबसे पहले भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष व हरिद्वार के विधायक मदन कौशिक मरीजों से मिलने पहुंचे, जिसके बाद साधु संतों ने भी मरीजों से बात की. इस दौरान उन्होंने अधिकारियों से बात करते हुए मुख्यमंत्री से पूरे मामले की जांच कराए जाने की मांग की है.

अस्पताल पहुंचकर मरीजों से मिले मदन कौशिक.

मरीजों से मिलने पहुंचे बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक ने कहा कि उन्होंने जीडी हॉस्पिटल व मेला हॉस्पिटल में एडमिट सभी मरीजों का हालचाल जाना है, सभी डॉक्टर्स सही तरह से कार्य कर रहे हैं और कोई भी मामला सीरियस नहीं है. उन्होंने अधिकारियों से कहा है कि सभी दुकानों के सैंपल लिए जाएं और जो भी तथ्य सामने आते हैं उसके आधार पर कार्रवाई की जाए.
पढ़ें- ऋषिकेश में लक्ष्मण झूला पुल की सपोर्टिंग वायर टूटी, आवाजाही ठप

वहीं, मरीजों का हालचाल जानने पहुंचे साधु-संतों ने इसे एक बड़ा षड्यंत्र बताया है. स्वामी आनंद स्वरूप ने कहा है कि कि यह हिंदुओं के खिलाफ एक सोची समझी साजिश हो सकती है लेकिन माता रानी के आशीर्वाद से कोई भी घटना नहीं घटी है. उन्होंने कहा है कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से आग्रह है कि वह इस पर जांच बैठाएं और तुरंत फूड सेफ्टी डिपार्टमेंट के अधिकारियों को सस्पेंड किया जाना चाहिए.

कांग्रेस विधायक सदन में उठाएंगे मुद्दा: हरिद्वार के ज्वालापुर सीट से कांग्रेसी विधायक रवि बहादुर ने मामले को सदन में उठाने की भी बात कही है. रवि बहादुर ने कहा कि उन्होंने पहले ही सदन में इस बात को कहा था कि नवरात्रि में फूड प्वॉइजनिंग के मामले कुट्टू के आटा खाने से काफी अधिक हो रहे हैं, जो कि पहले नहीं हुआ करते थे. उसके बावजूद भी अधिकारियों और प्रशासन में ने लापरवाही बरती है, जिसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. इस मामले सदन में उठाया जाएगा.

जिलाधिकारी ने बताई सामान्य घटना: हरिद्वार जिलाधिकारी विनय शंकर पांडे ने कहा है कि सभी मरीजों की स्थिति सामान्य है और ये सामान्य फूड प्वॉइजनिंग की घटना है मरीजों को जल्द हॉस्पिटल से छुट्टी मिल जाएगी. जिलाधिकारी ने कहा कि ऐसी घटनाएं हर साल देखने को मिलती हैं, ऐसे लोगों के खिलाफ राष्ट्रीय सुरक्षा कानून के तहत कार्रवाई की जाएगी. साथ ही जिलाधिकारी ने कहा कि किसी भी पर्व पर अब फूड सेफ्टी विभाग की टीम पहले ही खाद्य पदार्थों की जांच करेगी.

दरअसल, कुट्टू के आटे को उपवास के दौरान उपयोग में लाया जाता है, इसलिए नवरात्रि के सीजन में लोग ज्यादा कुट्टू के आटे से बने पकवानों का सेवन करते हैं. बताया जा रहा है कि हरिद्वार के गाजीवाला में लोगों ने बीते दिन यानी नवरात्रि के पहले दिन व्रत खोलने के लिए कुट्टू के आटे से बने पकवान खाए थे.

Last Updated : Apr 3, 2022, 4:48 PM IST
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