हरिद्वार: धर्म संसद हेट स्पीच (Haridwar Hate Speech Case) मामले में संतों के खिलाफ एसआईटी जांच बैठाई गई है. इस मामले में पांच लोगों के खिलाफ पुलिस ने एफआईआर भी दर्ज की है. संत समाज भी पुलिस की इस कार्रवाई का लगातार विरोध कर रहा है. वहीं, अब संतों के पक्ष में फिल्मी जगत के कलाकारों ने भी अपनी आवाज बुलंद की है. टीवी जगत में मशूहर कलाकार और महाभारत फेम पुनीत इस्सर ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो मैसेज पोस्ट किया है. जिसमें वह सरकार से संतों के खिलाफ दर्ज मुकदमे और एसआईटी जांच को वापस लेने की गुजारिश कर रहे हैं.
अपने वीडियो मैसेज में पुनीत इस्सर ने कहा कि धर्म संसद में हुई बातों को तोड़ मरोड़कर पेश किया गया है. उन्हें गलत मतलब निकाले गए और उनके खिलाफ मुकदमे दर्ज करते हुए एसआईटी जांच बैठा दी. उन्होंने कहा कि संत समाज मानव कल्याण और समाजसेवा के जरिये लोगों का मार्गदर्शन करने का काम करते हैं.
पुनीत अस्सर ने कहा कि जब भी देश और धर्म पर कोई विपदा आई है तो संत समाज ने लोक कल्याण किया है. उन्होंने सरकार से निवेदन किया है कि इस धर्म संसद के मामले को जल्द से जल्द शांतिपूर्वक ढंग से सुलझा लें क्योंकि सनातन धर्म से जुड़े लोगों को सही मार्ग दिखाने वाले संत ही हैं और पूजनीय हैं.
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बता दें कि संत समाज ने धर्म संसद मामले में संतों के खिलाफ हुई कार्रवाई के विरोध में 16 जनवरी को प्रतिकार सभा का आयोजन करने का ऐलान किया है. ऐसे में उम्मीद जताई जा रही है कि इस सभा में अभिनेता पुनीत इस्सर भाग ले सकते हैं.
क्या था मामला? बीते दिनों हरिद्वार में धर्म संसद का आयोजन किया गया था, जिसका एक वीडियो काफी वायरल हुआ था. वीडियो में कुछ साधु-संतों ने भड़काऊ भाषण दिया (dharm sansad hate speech haridwar) था. जिसके बाद हरिद्वार नगर कोतवाली में गुलबहार खान की तहरीर पर पुलिस ने जितेंद्र नारायण सिंह त्यागी (वसीम रिजवी), महामंडलेश्वर धरमदास और महामंडलेश्वर अन्नपूर्णा भारती के नाम केस दर्ज किया था. जिसके बाद पुलिस ने वायरल वीडियो क्लिप के आधार पर सागर सिंधु महाराज और यति नरसिंहानंद गिरि का नाम भी एफआईआर में जोड़ दिया था.
एसपी सिटी शेखर सुयाल ने बताया कि 23 दिसंबर को जितेंद्र नारायण सिंह त्यागी (वसीम रिजवी) के खिलाफ हेट स्पीच को लेकर एफआईआर दर्ज करवाई गई थी. जिसके बाद 25 दिसंबर को इसमें दो और लोगों महामंडलेश्वर धरमदास और महामंडलेश्वर अन्नपूर्णा भारती के नाम जोड़े गए थे. वहीं, वायरल वीडियो क्लिप के आधार पर दो अन्य सागर सिंधु महाराज और यति नरसिंहानंद गिरि के नाम भी एफआईआर में जोड़े गए.