लक्सरः चमोली जिले में ग्लेशियर टूटने के कारण गंगा के जलस्तर में बढ़ोत्तरी की संभावना को देखते हुए जिला प्रशासन भी सतर्क हो गया है. लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है. यहां इंटर कॉलेज में उनके रहने व खाने पीने की व्यवस्था की गई है.
एसडीएम शैलेन्द्र सिंह नेगी ने बताया कि चमोली जिले के जोशीमठ में ग्लेशियर फटने से ऋषि गंगा हाइड्रो पावर प्रोजेक्ट तबाह हो गया है. ऐसे में गंगा नदी के जलस्तर बढ़ने से संभावित आपदा को देखते हुए पुलिस और प्रशासन विभाग सतर्क है. बिजनौर और हरिद्वार की सीमा से लगे हुए बालावाली क्षेत्र में सभी ग्रामीणों को सतर्क कर दिया गया है. शैलेन्द्र सिंह नेगी ने बताया कि गंगा नदी के किनारे खेती करने वाले 80 से अधिक लोगों तथा साधु-सन्यासियों को बालावाली इंटर कॉलेज राहत शिविर में रुकवाने का प्रबंध किया गया है. सभी लोग सुरक्षित स्थानों पर पहुंच गए हैं और सभी को सूचित कर दिया गया है.
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बालावाली इंटर कॉलेज राहत शिविर में गंगा नदी के तट पर रहने वाले लोगों की व्यवस्था की गई है. देर रात तक 89 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा चुका है. जिनके रहने व खाने पीने की व्यवस्था प्रशासन द्वारा की जा रही है.