हरिद्वारः कांवड़ यात्रा 4 जुलाई से जारी है. इस समय कांवड़ यात्रा चरम पर है. दूसरी तरफ उत्तराखंड में भारी बारिश आसमान से आफत बनकर बरस रही है. मैदानों से लेकर पहाड़ों तक बारिश से हुई तबाही के मंजर देखे जा रहे हैं. पहाड़ से लेकर शहर जलमग्न हैं, लेकिन फिर भी हरिद्वार में कांवड़ियों के कदम नहीं डगमगा रहे हैं. भारी बारिश और जलभराव के बावजूद कांवड़िये भारी मात्रा में गंगा जल लेने के लिए हरिद्वार पहुंच रहे हैं. हालांकि, लेकिन कुछ हद तक बारिश कांवड़ियों के रुकावट जरूर पैदा कर रही है. लेकिन यात्रा को रोक नहीं पा रही है.
उत्तराखंड में लगातार हो रही बारिश हरिद्वार में शिवभक्तों (कांवड़ियों) के लिए कुछ परेशानियां जरूर खड़ी कर रही है. देर रात से लगातार हो रही बारिश के कारण धर्मनगरी की सड़कों पर 3 से 4 फीट पानी भर गया है.लेकिन इसके बावजूद कांवड़िये भारी बारिश के बीच अपने गंतव्य की ओर बढ़ रहे हैं. रानीपुर रेलवे पुलिया एवं मुख्य मार्ग पर समुंद्र जैसा नजारा देखने को मिल रहा है. उधर चंद्राचार्य चौक, भगत सिंह चौक, पुराना रानीपुर मोड़, सिटी हॉस्पिटल मार्ग, आर्य नगर चौक, सिंह द्वार आदि मार्गों पर बारिश के पानी से सड़कें लबालब है. जलभराव के कारण अधिकांश मार्ग प्रभावित हैं. ऐसा कहा जा सकता है कि इस बार भगवान भोलेनाथ भी शिवभक्तों की अग्नि परीक्षा ले रहे हैं.
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स्थानीय निवासी रणवीर शर्मा का कहना है कि देर रात से जारी बारिश के कारण अधिकारियों को गंगा के जलस्तर को कम करना चाहिए था. गंगा का जल स्तर कम होता तो सड़कों एवं कॉलोनियों में जलभराव नहीं होता. गोविंदपुरी, खन्ना नगर, विष्णु गार्डन, कृष्णा नगर, ऋषि कुल एवं ज्वालापुर के धीरवाली, कटहरा बाजार, गुरुद्वारा रोड, पावधोई आदि में सभी जगह जलभराव की स्थिति बनी हुई है.