रूड़की: विद्युत विभाग की कार्यशैली व नए मोटर व्हीकल एक्ट के खिलाफ भारतीय किसान यूनियन ने आगामी 30 सितम्बर को रुड़की स्थित विद्युत विभाग (एससी) कार्यालय के बाहर अनिश्चितकालीन धरने का एलान किया है. खास बात ये है कि इस धरने में किसान अपने पशुओं के साथ पहुंचेंगे.
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बता दें कि इस अनिश्चितकालीन धरने में किसानों के साथ उनके पशु भी रहेंगे, किसानों के अनुसार विद्युत कार्यालय प्रांगण में ही भट्टी लगाकर खाना बनाया जाएगा और हुक्के की गुड़गुड़ाहट अधिकारियों के कानों तक पहुंचेगी. किसानों रुड़की के प्रशासनिक भवन में मीडिया से मुखातिब होते हुए ये जानकारी दी.
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इस दौरान किसान नेताओं ने कहा कि किसानों के लिए बिजली माफ होनी चाहिए या फिर पचास पैसे प्रति यूनिट के हिसाब से बिल होना चाहिए. साथ ही किसानों ने मांग की है कि ग्रामीण क्षेत्रों में विद्युत विभाग के द्वारा जो छापेमारी की जा रही है वह तुरंत ही बंद की जाए. क्योंकि विद्युत विभाग कसदन करके किसानों को प्रताड़ित करने का काम कर रहा है.
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वहीं, किसानों की मांग है कि नए मोटर व्हीकल एक्ट से किसानों को बाहर रखा जाए और पुराने एक्ट के हिसाब से ही किसानों से जुर्माना वसूला जाए. किसानों की तीसरी मांग है कि रेलवे विभाग द्वारा किसानों से भूमि अधिग्रहण का जो लिखित समझौता हुआ है उसके तहत ही किसानों को नौकरी और मुआवजा मिलना चाहिए.
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किसानों ने गन्ना भुगतान को लेकर भी सरकार पर निशाना साधा . किसान नेता संजय चौधरी ने कहा किसान हितों की बात करने वाली वर्तमान सरकार झूठ का पुलिंदा है.
संजय ने आरोप लगाया कि नए मोटर व्हीकल एक्ट को लागू करके किसानों को प्रताड़ित किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि किसान गन्ना भुगतान ना होने को लेकर भुखमरी की कगार पर हैं.
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उनका कहना है कि विद्युत विभाग षड्यंत्र के तहत किसानों के यहां छापेमारी कर उन्हें मानसिक और आर्थिक नुकसान दे रहा है. उन्होंने साफ कहा जब तक उनकी मांगें पूरी नहीं होती वह विद्युत विभाग के कार्यालय के बाहर अनिश्चितकालीन धरना देगें.