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चारधाम यात्रियों से ग्रीन कार्ड के नाम पर अवैध वसूली, मंगलौर पुलिस ने दो लोगों को पकड़ा - ग्रीन कार्ड के नाम पर अवैध वसूली

चारधाम यात्रियों के लिए नारसन स्थित आरटीओ चेक पोस्ट पर ऑनलाइन ग्रीन कार्ड फिटनेस लाइसेंस बनाने का कार्य किया जा रहा है. जहां कई लोग सरकार द्वारा निर्धारित शुल्क से ज्यादा रुपये वसूल रहे हैं. मामले में मंगलौर कोतवाली पुलिस ने दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है.

Illegal recovery from Chardham pilgrims
चारधाम यात्रियों से ग्रीन कार्ड के नाम पर अवैध वसूली
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Published : May 17, 2022, 5:54 PM IST

रुड़की: मंगलौर कोतवाली पुलिस को बड़ी सफलता हाथ लगी है. दरअसल, चारधाम यात्रियों से ग्रीन कार्ड फिटनेस लाइसेंस बनाने के नाम पर शासन द्वारा निर्धारित शुल्क से अतिरिक्त रुपये वसूलने वाले दो आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है. आरोपियों के पास से प्रिंटर, लैपटॉप एवं अन्य उपकरण भी बरामद किए गए हैं.

बता दें कि उत्तराखंड शासन ने चारधाम यात्रियों की टैक्सी और वाहनों के लिए ऑनलाइन ग्रीन कार्ड फिटनेस लाइसेंस की अनिवार्यता लागू की है. जिसको देखते हुए नारसन स्थित आरटीओ चेक पोस्ट पर ऑनलाइन ग्रीन कार्ड फिटनेस लाइसेंस बनाने का कार्य किया जा रहा है. जिसमें शासन द्वारा निर्धारित शुल्क ऑनलाइन जमा किया जाता है.

चेक पोस्ट पर तैनात सहायक संभागीय अधिकारी कुलवंत सिंह चौहान ने मंगलौर कोतवाली में तहरीर दी. जिसमें, उन्होंने बताया कि आरटीओ चेक पोस्ट नेशनल परिसर के आसपास ऑनलाइन ग्रीन कार्ड फीस, हिल लाइसेंस, फीस व मोटर वाहन कर जमा करने के नाम पर वाहन स्वामियों और चालकों से अधिक शुल्क वसूले जा रहे हैं.

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तहरीर पर पुलिस ने मामले की जांच शुरू की और टीम का गठन किया. 16 मई को मुखबिर की सूचना पर पुलिस टीम ने शाकंभरी होटल के पास से आरोपी अनीस पुत्र सगीर अहमद, निवासी सरवट गेट, मुजफ्फरनगर को तीन ड्राइविंग लाइसेंस, तीन गाड़ी के फोटो स्टेट कागजात व 4 हजार पांच सौ रुपये की नगदी के साथ गिरफ्तार किया है.

पूछताछ में आरोपी ने बताया वह मुजफ्फरनगर में पहले ऑनलाइन लाइसेंस कार्ड बनाने का कार्य करता था. इसलिए चार-पांच दिनों से चारधाम यात्रियों के ग्रीन कार्ड. ड्राइविंग हिल लाइसेंस बनाने के लिए नारसन बॉर्डर पर आने लगा. उसे प्रत्येक गाड़ी का ग्रीन कार्ड बनाने के करीब 3 से ₹4000 मिल जाते हैं, जिसमें से वह 15 सौ रुपए साइबर कैफे वाले को देता है. करीब 1000 रुपए लाइसेंस बनाने के लिए बिचौलियों को देता था. इस प्रकार प्रत्येक गाड़ी में उसे 5 सौ से 1 हजार रुपये मिल जाते थे.

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आरोपी ने बताया कि चार-पांच दिनों में करीब 15 से 20 गाड़ियों के ग्रीन कार्ड फिटनेस लाइसेंस बनाए हैं. वहीं, उसने बताया कि उसने दो-तीन दिन पहले पानीपत के यात्रियों के ग्रीन कार्ड फिटनेस के लाइसेंस बनाए थे, उनसे 10 हजार रुपये लिए थे. जिसमें से 55 सौ रुपए कार्य में खर्च हो गए. उसने पूर्व में चार से पांच बार विक्की निवासी नारसन के माध्यम से पैसे जमा करवाए थे.

पुलिस ने अनीस के बताए अनुसार आरोपी संजीव कुमार उर्फ विक्की पुत्र नरेंद्र सिंह, निवासी खेड़ा जट्ट मंगलौर को हीरो होंडा एजेंसी नारसन आरटीओ चेक पोस्ट के सामने कार्यालय पर दबिश देकर गिरफ्तार किया. आरोपी ने कार्ड फिटनेस, हिल लाइसेंस बनाने के लिए 15 सौ रुपए लिए जाने की बात स्वीकार की है. आरोपियों ने बताया कि पुरकाजी बॉर्डर पर इस तरह के 15 से 20 लोग कार्य कर रहे हैं, जिनमें से पुलिस ने कुछ के नाम नोट कर लिए हैं. उनके खिलाफ भी कार्रवाई अमल में लाई जाएगी.

रुड़की: मंगलौर कोतवाली पुलिस को बड़ी सफलता हाथ लगी है. दरअसल, चारधाम यात्रियों से ग्रीन कार्ड फिटनेस लाइसेंस बनाने के नाम पर शासन द्वारा निर्धारित शुल्क से अतिरिक्त रुपये वसूलने वाले दो आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है. आरोपियों के पास से प्रिंटर, लैपटॉप एवं अन्य उपकरण भी बरामद किए गए हैं.

बता दें कि उत्तराखंड शासन ने चारधाम यात्रियों की टैक्सी और वाहनों के लिए ऑनलाइन ग्रीन कार्ड फिटनेस लाइसेंस की अनिवार्यता लागू की है. जिसको देखते हुए नारसन स्थित आरटीओ चेक पोस्ट पर ऑनलाइन ग्रीन कार्ड फिटनेस लाइसेंस बनाने का कार्य किया जा रहा है. जिसमें शासन द्वारा निर्धारित शुल्क ऑनलाइन जमा किया जाता है.

चेक पोस्ट पर तैनात सहायक संभागीय अधिकारी कुलवंत सिंह चौहान ने मंगलौर कोतवाली में तहरीर दी. जिसमें, उन्होंने बताया कि आरटीओ चेक पोस्ट नेशनल परिसर के आसपास ऑनलाइन ग्रीन कार्ड फीस, हिल लाइसेंस, फीस व मोटर वाहन कर जमा करने के नाम पर वाहन स्वामियों और चालकों से अधिक शुल्क वसूले जा रहे हैं.

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तहरीर पर पुलिस ने मामले की जांच शुरू की और टीम का गठन किया. 16 मई को मुखबिर की सूचना पर पुलिस टीम ने शाकंभरी होटल के पास से आरोपी अनीस पुत्र सगीर अहमद, निवासी सरवट गेट, मुजफ्फरनगर को तीन ड्राइविंग लाइसेंस, तीन गाड़ी के फोटो स्टेट कागजात व 4 हजार पांच सौ रुपये की नगदी के साथ गिरफ्तार किया है.

पूछताछ में आरोपी ने बताया वह मुजफ्फरनगर में पहले ऑनलाइन लाइसेंस कार्ड बनाने का कार्य करता था. इसलिए चार-पांच दिनों से चारधाम यात्रियों के ग्रीन कार्ड. ड्राइविंग हिल लाइसेंस बनाने के लिए नारसन बॉर्डर पर आने लगा. उसे प्रत्येक गाड़ी का ग्रीन कार्ड बनाने के करीब 3 से ₹4000 मिल जाते हैं, जिसमें से वह 15 सौ रुपए साइबर कैफे वाले को देता है. करीब 1000 रुपए लाइसेंस बनाने के लिए बिचौलियों को देता था. इस प्रकार प्रत्येक गाड़ी में उसे 5 सौ से 1 हजार रुपये मिल जाते थे.

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आरोपी ने बताया कि चार-पांच दिनों में करीब 15 से 20 गाड़ियों के ग्रीन कार्ड फिटनेस लाइसेंस बनाए हैं. वहीं, उसने बताया कि उसने दो-तीन दिन पहले पानीपत के यात्रियों के ग्रीन कार्ड फिटनेस के लाइसेंस बनाए थे, उनसे 10 हजार रुपये लिए थे. जिसमें से 55 सौ रुपए कार्य में खर्च हो गए. उसने पूर्व में चार से पांच बार विक्की निवासी नारसन के माध्यम से पैसे जमा करवाए थे.

पुलिस ने अनीस के बताए अनुसार आरोपी संजीव कुमार उर्फ विक्की पुत्र नरेंद्र सिंह, निवासी खेड़ा जट्ट मंगलौर को हीरो होंडा एजेंसी नारसन आरटीओ चेक पोस्ट के सामने कार्यालय पर दबिश देकर गिरफ्तार किया. आरोपी ने कार्ड फिटनेस, हिल लाइसेंस बनाने के लिए 15 सौ रुपए लिए जाने की बात स्वीकार की है. आरोपियों ने बताया कि पुरकाजी बॉर्डर पर इस तरह के 15 से 20 लोग कार्य कर रहे हैं, जिनमें से पुलिस ने कुछ के नाम नोट कर लिए हैं. उनके खिलाफ भी कार्रवाई अमल में लाई जाएगी.

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