हरिद्वार: देवप्रयाग में शराब की फैक्ट्री लगाए जाने के विरोध में संत समाज और हिंदू संगठन 13 दिनों से अनशन पर बैठे हैं मगर अभी तक सरकार द्वारा उनकी मांगें न माने जाने को लेकर उन्होंने गंगा नदी में खड़े होकर मंत्र जाप और घंटे घड़ियाल बजाकर मां गंगा से सरकार की बुद्धि शुद्धि की प्रार्थना की.
उनका कहना है इन फैक्ट्रियों की वजह से गंगा अशुद्ध हो जाएगी और गंगा का पानी आचमन लायक भी नहीं रहेगा. पिछले 13 दिन से हरिद्वार में संत समाज और हिंदू संगठन देवभूमि देवप्रयाग में शराब फैक्ट्री लगाए जाने को लेकर सरकार की नीति का विरोध कर रहे हैं, लेकिन आंदोलन को दो सप्ताह बीत जाने के बाद भी सरकार ने अभी तक आंदोलनकारियों से कोई वार्ता नहीं की.
अखाड़ा परिषद के पूर्व प्रवक्ता बाबा हठयोगी का कहना है कि हमारे द्वारा गंगा नदी में खड़े होकर सरकार की बुद्धि-शुद्धि के लिए प्रार्थना की गई. सरकार द्वारा 10 से 12 शराब की फैक्ट्रियों को लाइसेंस दिए गए हैं जो गंगा के किनारे ही स्थापित की जाएंगी.
इससे नदियों का जल प्रदूषित होगा. हम भगवान से प्रार्थना करते हैं इनकी बुद्धि को शुद्ध करें, जो नदियों के किनारे शराब की फैक्ट्रियों को लाइसेंस दिए हैं, उनको रद्द करें क्योंकि आने वाले कुंभ में लाखों श्रद्धालु हरिद्वार आएंगे
देवप्रयाग में शराब की फैक्ट्री लगाने को लेकर 13 दिनों से अनशन कर रहे साधु संत और हिंदू संगठनों ने इन फैक्ट्रियों के लाइसेंस रद्द करने की मांग की है.
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अब देखना होगा सरकार कब तक अनशन पर बैठे इन साधु संत और हिंदू संगठनों से वार्ता करती है, क्योंकि अब तक सरकार का कोई भी प्रतिनिधि इनसे वार्ता करने नहीं आया है.