हरिद्वार: धर्मनगरी हरिद्वार में कोविड-19 नियमों के उल्लंघन में प्रांतीय उद्योग व्यापार मंडल के व्यापारियों पर पुलिस ने केस दर्ज किया है. इस कार्रवाई से नाराज व्यापारियों ने प्रेस वार्ता कर पुलिस की कार्यशैली पर नाराजगी व्यक्त की है. व्यापारी नेताओं ने इस कार्रवाई को राजनीति से प्रेरित बताया है. हालांकि, इस दौरान व्यापारियों में मतभेद भी दिखाई दिया. व्यापारी नेता सुनील सेठी ने इस कार्रवाई के लिए स्थानीय बीजेपी सांसद को जिम्मेदार ठहराया है. वहीं दूसरे ओर व्यापारी नेता संजय त्रिवाल और डॉ. नीरज सिंघल ने प्रशासन को दोषी ठहराया है.
व्यापारियों ने कहा कि धर्मनगरी में और भी अन्य राजनीतिक और सामाजिक कार्यक्रम किये जा रहे हैं. जिनमें कोविड नियमों की धज्जियां उड़ाई जा रही हैं, उन पर कोई कार्रवाई नहीं हुई. उन्होंने चेतावनी दी है मुकदमे से उन पर कोई फर्क नहीं पड़ता. व्यापारियों के हित में वो आवाज उठाते रहेंगे. साथ ही व्यपारियों का कहना है कि जिस दिन उन्होंने विरोध-प्रदर्शन किया था, उस दिन विभिन्न संगठनों द्वारा भी धरने प्रदर्शन किये गये थे. उन सभी संगठनों के पदाधिकारियों और कार्यकताओं पर मुकदमे क्यों नहीं किये गए ? कानून तो सभी के लिए बराबर है. आखिर सिर्फ हम पर ही मुकदमा क्यों किया गया ?
जिला महामंत्री संजय त्रिवाल ने सबूत के तौर पर लॉकडाउन अवधि के दौरान कांग्रेस, आम आदमी पार्टी, संत समाज द्वारा कोविड-19 के नियमों की धज्जियां उड़ाते हुए कई चित्र दिखाते हुए दर्ज किए गए मुकदमे को भेदभाव पूर्ण बताया है. उन्होंने कहा है कि कार्यक्रम से पहले इसकी सूचना सिटी मजिस्ट्रेट कार्यालय में लिखित रूप में रिसीव कराई थी. साथ ही कहा कि व्यापारी इन मुकदमों से डरने वाले नहीं हैं.