हरिद्वार: यात्रा सीजन शुरू होते ही हरकी पैड़ी क्षेत्र में भिक्षुकों की भरमार हो जाती है. ये भिक्षुक ना केवल स्थानीय बल्कि बाहर से आने वाले श्रद्धालुओं के लिए भी परेशानी का सबब बन जाते हैं. ऐसे में हरकी पैड़ी चौकी पुलिस ने 9 और 11 जून के स्नान को देखते हुए भिक्षुकों के खिलाफ अभियान चलाया. पुलिस ने 27 भिक्षुकों को पकड़कर भिक्षुक गृह भेजा है.
9 जून को गंगा दशहरा और 11 जून को निर्जला एकादशी को होने वाले गंगा स्नान से पहले हरिद्वार पुलिस प्रशासन ने अभी तैयारियां शुरू कर दी हैं. पुलिस ने हरकी पैड़ी पर भिक्षुकों की बढ़ती संख्या को देखते हुए मंगलवार को भिक्षुकों को पकड़ने का अभियान चलाया. इस दौरान पुलिस ने 27 भिक्षुकों को पकड़कर भिक्षुक गृह भेज दिया है. पुलिस के भिक्षुक पकड़ो अभियान से हर की पैड़ी क्षेत्र में हड़कंप मच गया. कई जगहों पर भिक्षुक पुलिस अधिकारियों के आने से पहले ही गायब हो गए.
हरकी पैड़ी चौकी इंचार्ज मुकेश थलेड़ी ने बताया कि वैसे तो भिक्षुकों के खिलाफ समय-समय पर अभियान चलता रहता है लेकिन स्नान पर्व के दौरान यह अधिकारी लोगों के लिए परेशानी का कारण न बनें इसके लिए मंगलवार दोपहर भी भिक्षुक पकड़ो अभियान चलाया गया. जिसके तहत 27 भिक्षुकों को पकड़ा गया, जिनका चालान कर उन्हें गाड़ी में बिठाकर भिक्षुक गृह भेज दिया गया है.
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कोरोना लॉकडाउन के बाद बढ़ी है भिक्षुकों की संख्या: हरिद्वार में भिक्षुकों की संख्या लगातार बढ़ रही है. पुलिस के आंकड़ों के मुताबिक हरिद्वार के तीर्थ स्थानों पर वर्तमान में 3000 हजार से ज्यादा भिक्षुक हैं. पुलिस का कहना है कि लॉकडाउन में इन भिक्षुकों के लिए परेशानी खड़ी हो गई थी. तब हरिद्वार में कई जगहों पर लंगर शुरू किए गए. ऐसे में हरिद्वार और आसपास के जिलों के भिक्षुकों ने हरिद्वार में शरण ली. हरिद्वार में यूपी से सटे जिलों के भिक्षुक भी डेरा डाले हुए हैं. जिला प्रशासन के मुताबिक कोरोना से पहले हरिद्वार में भिक्षुकों की संख्या 700 के करीब थी.
हाईकोर्ट भी दे चुका है आदेश: नैनीताल हाईकोर्ट भी जिला प्रशासन को हरकी पैड़ी को भिक्षुक मुक्त कराने का आदेश दे चुका है. बावजूद इसके लगातार धर्मनगरी में भिक्षुकों की संख्या बढ़ती जा रही है.