हरिद्वारः ईटीवी भारत मुहिम 'हंसी को मदद' के बाद सरकार से लेकर समाजसेवी और हंसी के घरवाले सामने आने लगे हैं. सभी हंसी की मदद के लिए पेशकश कर चुके हैं. हंसी की मदद के लिए अब हरिद्वार की मेयर अनीता शर्मा ने हाथ बढ़ाया है. उन्होंने मुख्य नगर आयुक्त जय भारत सिंह को पत्र लिखकर हंसी के रहने के लिए व्यवस्था करने की मांग की है. वहीं, बीते रोज राज्य मंत्री रेखा आर्य ने हंसी को नौकरी का प्रस्ताव भेजा था, जिसे आज हंसी ने ठुकरा दिया है.
हंसी को आवास व नौकरी देने के लिए समाज कल्याण विभाग भले हरकत में आ गया हो, लेकिन हंसी ने नौकरी के लिए हामी नहीं भरी है. बता दें कि बीते रोज हंसी से मिलने के बाद रेखा आर्य ने उन्हें बाल सुधार गृह में रहकर अपना जीवन जीने और अपने बच्चे का पालन पोषण करने का प्रस्ताव दिया था. जिसके बाद हंसी ने उन्हें सोचकर बताने को कहा था और अपना जवाब देने के एक लिए एक दिन का वक्त मांगा था. लेकिन, हंसी ने कोई जवाब नहीं दिया.
जिला पंचायत राज अधिकारी अविनाश भदौरिया ने बताया कि उन्होंने स्वयं हंसी को बाल सुधार गृह घुमाया था और वहीं रहकर बच्चों को पढ़ाने की पेशकश की है. चूंकि हंसी पढ़ी लिखी हैं और उनके ज्ञान का प्रयोग सुधार गृह में बन्द बच्चों को ज्ञानवान बनने में किया जा सकता है. लेकिन फिलहाल उन्होंने इसपर अपनी सहमति नहीं जताई है.
हंसी के आशियाने के लिए मेयर ने लिखा खत
मेयर अनीता शर्मा ने अपने पत्र के माध्यम से मुख्य नगर आयुक्त जय भारत सिंह से दरख्वास्त की है कि सड़क पर भीख मांगने वाली हंसी प्रहरी और उसके पुत्र के की मदद से हमे आगे आना चाहिए. अनीता शर्मा लिखती हैं कि हंसी एक पढ़ी-लिखी महिला है. इस संबंध में राज्य मंत्री रेखा आर्य और खुद उन्होंने मंगलवार को उससे मुलाकात की थी. राज्यमंत्री रेखा आर्य हंसी को नौकरी के लिए भी प्रस्ताव भेज चुकी है. वहीं, शहर का मेयर होने के नाते उन्होंने भी हरिद्वार में उसके लिए एक घर उपलब्ध कराने का वादा किया गया था.
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मेयर अनीता शर्मा ने बताया कि उनकी जानकारी के अनुसार पांडे वाला ज्वालापुर में शहरी गरीब हेतु निर्मित आवासों में कुछ आवास खाली हैं. जिसे उक्त महिला को रहने के लिए दिए जाने की घोषणा की गई है. शहरी गरीबों हेतु आवास योजना के अंतर्गत अवशेष आवासों में से एक आवास महिला हंसी को दिए जाने हेतु मुख्य नगर आयुक्त को आवश्यक कार्रवाई करने के लिए कहा गया है.