रुड़की: शनिवार को हरिद्वार जिलाधिकारी रुड़की के सिविल अस्पताल पहुंचे. जहां उन्होंने गैंगरेप पीड़ित मां और उसकी बेटी से मुलाकात की. जिसके बाद उन्होंने दोनों के स्वास्थ्य के बारे में जानकारी ली. इस दौरान हरिद्वार जिलाधिकारी ने बताया कि मां-बेटी के लिए एक प्रोसिजर है, जिसको डिस्ट्रिक प्रोवेशन ऑफिसर पूरा करेंगे. उन्हें निर्देशित किया गया है, जिसकी जानकारी एक या दो दिन में मिल जाएगी.
बता दें करीब 10 दिन पूर्व रुड़की की सिविल लाइन कोतवाली क्षेत्र अंतर्गत एक महिला और उसकी नाबालिग बेटी के साथ चलती कार में गैंगरेप की घटना को अंजाम दिया गया था. घटना के बाद तत्काल पुलिस और सीआईयू की संयुक्त टीमों का गठन किया गया. जिन्होंने 6 दिन में ही गैंगरेप की घटना को अंजाम देने वाले सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेजा. पीड़ित मां-बेटी को उपचार के लिए रुड़की सिविल अस्पताल में भर्ती कराया गया. जहां उनका उपचार चल रहा है. शनिवार को हरिद्वार जिलाधिकारी ने रुड़की सिविल अस्पताल पहुंच कर पीड़ितों का हालचाल जाना. उन्होंने बताया मां-बेटी का स्वास्थ्य अब बिल्कुल स्वस्थ हैं.
लिफ्ट के बहाने गाड़ी में बैठाया: महिला ने पुलिस को बताया था कि वो पिछले कई सालों से अपने पति से अलग होकर कलियर में रह रही है. महिला का पति मुजफ्फरनगर (यूपी) में रहता है. शुक्रवार (24 जून) की रात करीब 11 बजे वो अपनी छह साल की मासूम बच्ची के साथ रुड़की आ रही थी. पिरान कलियर में उसे सोनू नाम का एक युवक मिला. सोनू ने बताया कि वो रुड़की जा रहा है और उसने महिला को रुड़की छोड़ने की बात कही. सोनू ने उसे कार में बैठा लिया. कार में सोनू के कुछ साथी भी मौजूद थे.
बीच रास्ते कार सवार युवकों ने चलती कार में महिला और उसकी छह साल की मासूम के साथ गैंगरेप किया. महिला ने विरोध करने का प्रयास किया, लेकिन आरोपियों ने महिला को धमकी देकर चुप करा दिया. दुष्कर्म करने के बाद आरोपी कांवड़ पटरी पर मां-बेटी को फेंककर फरार हो गए.