हरिद्वारः धर्मनगरी हरिद्वार में निरंजनी अखाड़े के आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी कैलाशानंद गिरि (Acharya Mahamandaleshwar Swami Kailashanand Giri) के द्वितीय संन्यास दीक्षा समारोह बड़ी सादगी से मनाया गया. समारोह में भाजपा सांसद मनोज तिवारी व रवि किशन और यूपी की कैबिनेट मंत्री बेबी रानी मौर्य शामिल हुईं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की माता के निधन के बाद इस कार्यक्रम को अपने ही आश्रम में करते हुए कैलाशानंद गिरि ने सूक्ष्म रूप देने का प्रयास किया है. वहीं कार्यक्रम में सीएम धामी ने भी पहुंचाना था, लेकिन आखिरी समय पर उनका कार्यक्रम रद्द हो गया.
वहीं, अपने जन्मोत्सव (Birthday of Swami Kailashanand Giri) और द्वितीय संन्यास दीक्षा समारोह में ईटीवी भारत संवाददाता से बात करते हुए स्वामी कैलाशानंद ने कहा कि साधु संतों का जन्मोत्सव उनके शिष्य बड़े ही धूमधाम से मनाते हैं. जिसमें हमारा प्रयास रहता है कि बड़े से लेकर छोटा व्यक्ति तक हमारे जन्मोत्सव में आए और मां काली के दर्शन करें व अपनी मनोकामनाएं संपूर्ण करें.
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वहीं, पिछले दिनों प्रयागराज पुलिस द्वारा पकड़े गए युवक के मामले में स्वामी कैलाशानंद ने कहा कि महामाई के दरबार में जहर भी अमृत बन जाता है. चाहे कोई कितनी भी साजिश कर लें जब तक ईश्वर का आशीर्वाद मुझ पर बना हुआ है, डरने की कोई बात नहीं है. वहीं, सुरक्षा व्यवस्था पर बोलते हुए स्वामी कैलाशानंद ने कहा कि हरिद्वार पुलिस द्वारा विशेष व्यवस्था की गई है. जहां खाना बन रहा है, वहां किसी को भी बिना अनुमति के प्रवेश नहीं दिया जा रहा है. साथ ही खाना बनाने में लगे कारीगरों से आईडी प्रूफ लिया गया है और उन्हें 3 दिन के लिए आश्रम ना छोड़कर जाने के आदेश दिए गए हैं.
गौरतलब है कि निरंजनी अखाड़े के आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी कैलाशानंद गिरि ने आरोप लगाया है कि कुछ अराजक तत्व उनको और देश के प्रमुख संतों को खत्म कर देना चाहते हैं. उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि कुछ दिन पहले उनके हरिद्वार के चंडी घाट स्थित आश्रम में एक व्यक्ति आया था और नाम बदलकर आश्रम के रजिस्टर में बाकायदा उसने एंट्री की और उनकी रेकी की, जिसको प्रयागराज पुलिस ने पकड़ भी लिया है. पुलिस की पकड़ में आने के बाद आरोपी लगातार अपने बयान बदल रहा है. आरोपी से पुलिस को कड़ी पूछताछ करके यह पता लगाना चाहिए कि देश के संतों को बदनाम करने की कौन सी साजिशें हो रही हैं और इनके पीछे क्या मकसद है?