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न फोटो थी, न सुराग...इलेक्शन कमीशन बना पुलिस का 'मुखबिर', ऐसे दबोचा गया वांटेड लुटेरा

हरिद्वार में ज्वालापुर रेलवे स्टेशन पर लाखों की चोरी मामले में 6 साल से फरार चल रहे सांसी गिरोह के मास्टरमाइंड को जीआरपी ने दबोच लिया है. इस गिरोह में 2016 में ज्वालापुर रेलवे स्टेशन पर सोने चांदी के गहने व नकदी चोरी की एक बड़ी वारदात को अंजाम दिया गया था.

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हरिद्वार
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Published : Jul 7, 2022, 6:04 PM IST

Updated : Jul 7, 2022, 7:29 PM IST

हरिद्वार: साल 2016 में ज्वालापुर रेलवे स्टेशन पर लाखों की चोरी मामले में 6 साल से फरार चल रहे सांसी गिरोह के मास्टरमाइंड राजा सांसी उर्फ राजवीर को जीआरपी ने दबोच लिया है. आरोपी पर 15 हजार का इनाम भी घोषित था. जीआरपी ने इस शातिर को उस समय हरिद्वार से ही दबोचा, जब यह किसी वारदात को अंजाम देने की फिराक में था.

बता दें, साल 2016 में ज्वालापुर रेलवे स्टेशन पर एक यात्री के सोने चांदी के गहने व नकदी चोरी की एक बड़ी वारदात को अंजाम दिया गया था. उस समय यह घटना काफी चर्चाओं में रही थी. इस घटना को गिरोह के 6 सदस्यों ने अंजाम दिया था. इस मामले में 4 आरोपियों को जीआरपी पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है, जबकि एक सदस्य की मौत हो चुकी है.

GRP ने 6 साल से फरार सांसी गिरोह के मास्टरमाइंड को दबोचा.

कई प्रदेशों में था वांछित: इस वारदात को अंजाम देने वाला राजा सांसी जो इस वारदात का मास्टरमाइंड था, अभी तक पुलिस की गिरफ्त से दूर चल रहा था, जिसे जीआरपी हरिद्वार एवं एसओजी जीआरपी उत्तराखंड की टीम ने क्षेत्र से ही गिरफ्तार कर लिया है. राजा सांसी गिरोह न केवल उत्तराखंड बल्कि उत्तर प्रदेश दिल्ली, पंजाब, हरियाणा और राजस्थान यहां तक कि मध्यप्रदेश में भी सक्रिय था और अलग-अलग स्थानों पर लूट व चोरी की बड़ी वारदातों को अंजाम देता था.

15 हजार का था इनाम: राजा सांसी गिरोह के फरार चल रहे मास्टरमाइंड राजा को पकड़ने के लिए पुलिस विभाग की ओर से इसके ऊपर 15000 का इनाम घोषित किया था. क्योंकि यह बीते लंबे समय से पुलिस के हत्थे नहीं चढ़ रहा था. राजा के ऊपर कई अन्य प्रदेशों में भी लूट और चोरी के कई मुकदमे दर्ज हैं.
इसे भी पढ़ें- कुख्यात शाहरुख राजस्थान से गिरफ्तार, हरिद्वार से दो बड़ी डकैती कर फरार था, जेल पहुंचा पूरा गैंग

चुनाव आयोग ने उपलब्ध कराई फोटो: राजा सांसी का नाम तो पुलिस की डायरी में लंबे समय से दर्ज था लेकिन पुलिस के लिए बड़ी दिक्कत यह थी कि पुलिस के पास उसकी कोई फोटो उपलब्ध नहीं थी, जिस कारण कई बार ऐसा हुआ कि जब पुलिस दबिश देने गई तो राजा सांसी पुलिस की आंखों के सामने से गुजर गया लेकिन पुलिस उसे पहचान नहीं पाई. उसके बाद जीआरपी ने चुनाव आयोग से इसकी फोटो मिली.

लगातार बदल रहा था ठिकाना: सांसी गिरोह किसी भी एक स्थान पर हफ्ते भर से ज्यादा नहीं ठहरता था. लगातार ये अपने ठिकाने बदलता रहता था. एक शहर से दूसरे शहर और दूसरे शहर से दूसरे प्रदेश में जाकर यह वारदातों को अंजाम देता था. यही कारण है कि पुलिस इन्हें जल्दी से गिरफ्तार नहीं कर पाई.
इसे भी पढ़ें- चोरों के हौसले बुलंद, कोर्ट परिसर से जज के मोबाइल पर किया हाथ साफ

जीआरपी एएसपी अरुणा भारती ने बताया कि यह आरोपी हरियाणा के हिसार का रहने वाला है, जिस कारण उस क्षेत्र में भी इसकी तलाश काफी सरगर्मी से की जा रही थी. इसकी फोटो इलेक्शन कमीशन से मिलने के बाद जीआरपी को पकड़ने में आसानी हुई. 6 जुलाई की रात को पुलिस ने इसे बस अड्डा हरिद्वार के पास से धर दबोचा. इसका नाम राजा सांसी उर्फ राजवीर है. इस फरार आरोपी को पकड़ने वाली टीम को एसएसपी जीआरपी की तरफ से ढाई हजार का इनाम दिया गया है. इसके अलावा डीआईजी रेलवे की ओर से भी इनाम घोषित किया जा रहा है.

हरिद्वार: साल 2016 में ज्वालापुर रेलवे स्टेशन पर लाखों की चोरी मामले में 6 साल से फरार चल रहे सांसी गिरोह के मास्टरमाइंड राजा सांसी उर्फ राजवीर को जीआरपी ने दबोच लिया है. आरोपी पर 15 हजार का इनाम भी घोषित था. जीआरपी ने इस शातिर को उस समय हरिद्वार से ही दबोचा, जब यह किसी वारदात को अंजाम देने की फिराक में था.

बता दें, साल 2016 में ज्वालापुर रेलवे स्टेशन पर एक यात्री के सोने चांदी के गहने व नकदी चोरी की एक बड़ी वारदात को अंजाम दिया गया था. उस समय यह घटना काफी चर्चाओं में रही थी. इस घटना को गिरोह के 6 सदस्यों ने अंजाम दिया था. इस मामले में 4 आरोपियों को जीआरपी पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है, जबकि एक सदस्य की मौत हो चुकी है.

GRP ने 6 साल से फरार सांसी गिरोह के मास्टरमाइंड को दबोचा.

कई प्रदेशों में था वांछित: इस वारदात को अंजाम देने वाला राजा सांसी जो इस वारदात का मास्टरमाइंड था, अभी तक पुलिस की गिरफ्त से दूर चल रहा था, जिसे जीआरपी हरिद्वार एवं एसओजी जीआरपी उत्तराखंड की टीम ने क्षेत्र से ही गिरफ्तार कर लिया है. राजा सांसी गिरोह न केवल उत्तराखंड बल्कि उत्तर प्रदेश दिल्ली, पंजाब, हरियाणा और राजस्थान यहां तक कि मध्यप्रदेश में भी सक्रिय था और अलग-अलग स्थानों पर लूट व चोरी की बड़ी वारदातों को अंजाम देता था.

15 हजार का था इनाम: राजा सांसी गिरोह के फरार चल रहे मास्टरमाइंड राजा को पकड़ने के लिए पुलिस विभाग की ओर से इसके ऊपर 15000 का इनाम घोषित किया था. क्योंकि यह बीते लंबे समय से पुलिस के हत्थे नहीं चढ़ रहा था. राजा के ऊपर कई अन्य प्रदेशों में भी लूट और चोरी के कई मुकदमे दर्ज हैं.
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चुनाव आयोग ने उपलब्ध कराई फोटो: राजा सांसी का नाम तो पुलिस की डायरी में लंबे समय से दर्ज था लेकिन पुलिस के लिए बड़ी दिक्कत यह थी कि पुलिस के पास उसकी कोई फोटो उपलब्ध नहीं थी, जिस कारण कई बार ऐसा हुआ कि जब पुलिस दबिश देने गई तो राजा सांसी पुलिस की आंखों के सामने से गुजर गया लेकिन पुलिस उसे पहचान नहीं पाई. उसके बाद जीआरपी ने चुनाव आयोग से इसकी फोटो मिली.

लगातार बदल रहा था ठिकाना: सांसी गिरोह किसी भी एक स्थान पर हफ्ते भर से ज्यादा नहीं ठहरता था. लगातार ये अपने ठिकाने बदलता रहता था. एक शहर से दूसरे शहर और दूसरे शहर से दूसरे प्रदेश में जाकर यह वारदातों को अंजाम देता था. यही कारण है कि पुलिस इन्हें जल्दी से गिरफ्तार नहीं कर पाई.
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जीआरपी एएसपी अरुणा भारती ने बताया कि यह आरोपी हरियाणा के हिसार का रहने वाला है, जिस कारण उस क्षेत्र में भी इसकी तलाश काफी सरगर्मी से की जा रही थी. इसकी फोटो इलेक्शन कमीशन से मिलने के बाद जीआरपी को पकड़ने में आसानी हुई. 6 जुलाई की रात को पुलिस ने इसे बस अड्डा हरिद्वार के पास से धर दबोचा. इसका नाम राजा सांसी उर्फ राजवीर है. इस फरार आरोपी को पकड़ने वाली टीम को एसएसपी जीआरपी की तरफ से ढाई हजार का इनाम दिया गया है. इसके अलावा डीआईजी रेलवे की ओर से भी इनाम घोषित किया जा रहा है.

Last Updated : Jul 7, 2022, 7:29 PM IST
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