हरिद्वार: केंद्रीय जलशक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने बृहस्पतिवार को हरिद्वार पहुंचकर 41 करोड़ की लागत से निर्मित 14 एमएलडी क्षमता के सीवेज शोधन संयंत्र का लोकार्पण किया. इस मौके पर केंद्रीय मंत्री ने कहा कि उत्तराखंड सरकार के सहयोग के चलते व नमामि गंगे परियोजना के तहत गंगा का जल ऋषिकेश तक साफ हो गया है. साथ ही ऋषिकेश में अब गंगा का जल आचमन करने योग्य है.
केंद्रीय जलशक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने कहा कि हरिद्वार में भी कुम्भ 2021 से पूर्व गंगा का जल स्वच्छ निर्मल बनाने के लिए आम जनमानस को भी जागरुकता दिखानी होगी. इस परियोजना के तहत 41 करोड़ की लागत से निर्मित सीवेज शोधन संयंत्र का उद्घाटन स्वीडन के महाराज कार्ल गुस्ताफ और महारानी सिलविया के कर कमलों द्वारा हरिद्वार के सराय में किया गया.
ये भी पढ़ें: नैनीताल: पूर्व मुख्यमंत्रियों के बकाए पर HC की सुनवाई पूरी, 9 दिसंबर को आएगा फैसला
मीडिया से मुखातिब होते हुए शेखावत ने कहा कि अगले कुछ सालों में गंगा, गंगा सागर तक स्वच्छ और निर्मल हो जाएगी. केंद्र सरकार की ओर से यह प्रयास किये जा रहे हैं और इसमें सफलता भी जरुर मिलेगी. इसके साथ ही शेखावत ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की महत्वकांक्षी योजना नमामि गंगे सही दिशा में कार्य कर रही है, इस योजना से जुड़े अधिकारी व संगठनों की मेहनत के चलते अगले कुछ वर्षों में योजना परवान चढ़ेगी.
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि गंगा को स्वच्छ रखने के लिए आम जनता से सहयोग अपेक्षित है. साथ ही इस मौके पर केंद्रीय मंत्री ने लोगों से गंगा को स्वच्छ रखने की अपील की. इस दौरान उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत व नमामि गंगे परियोजना से जुड़े अधिकारी भी मौजूद रहे.