ETV Bharat / state
ऋषिकेश: विश्व प्रसिद्ध ताल और ड्रम वादक शिवमणि की थाप पर जमकर थिरके योग साधक, होली के महत्व से कराया रूबरू - होलिका महोत्सव
सात दिवसीय योग महोत्सव के दौरान होली का पर्व मनाने का आयोजन किया गया. इस मौके पर मशहूर ड्रम वादक शिवमणि के ड्रम की थाप पर विदेशी साधक जमकर थिरके. इसके साथ ही सभी विदेशियों ने महोत्सव का जमकर लुत्फ उठाया. स्वामी चिदानंद मुनि ने भारत में मनाए जाने वाले सबसे बड़े पर्व होली के बारे में देश-विदेश से आए साधकों को विस्तार से बताया.
संगीत पर थिरकते विदेशी.
By
Published : Mar 3, 2019, 12:48 PM IST
ऋषिकेश:परमार्थ निकेतन में चल रहे अंतरराष्ट्रीय योग महोत्सव के दूसरे दिन विश्व प्रसिद्ध ताल व ड्रम वादक शिवमणि ने लोगों को झूमने पर मजबूर कर दिया. अपने ड्रम और संगीत की थाप के साथ परमार्थ निकेतन में 'होलिका रंग महोत्सव' मनाया गया. महोत्सव में विभिन्न देशों से आए योगियों और योगाचार्यों ने भारतीय परंपरा और पर्व के महत्व को समझा.
सात दिवसीय योग महोत्सव के दौरान होली का पर्व मनाने का आयोजन किया गया. इस मौके पर मशहूर ड्रम वादक शिवमणि के ड्रम की थाप पर विदेशी साधक जमकर थिरके. इसके साथ ही सभी विदेशियों ने महोत्सव का जमकर लुत्फ उठाया. स्वामी चिदानंद मुनि ने भारत में मनाए जाने वाले सबसे बड़े पर्व होली के बारे में देश-विदेश से आए साधकों को विस्तार से बताया.
जिसके बाद विश्व के विभिन्न देशों से आए योगाचार्यों और योग जिज्ञासुओं ने परमार्थ गंगा तट पर होने वाली विश्व विख्यात गंगा आरती में भाग किया. अंतरराष्ट्रीय योग महोत्सव में भारत, स्पेन, ब्राजील, पुर्तगाल, चीन, मैक्सिको, बेल्जियम, अमेरिका सहित विश्व के विभिन्न देशों के योग जिज्ञासुओं ने भाग लिया.
ऋषिकेश:परमार्थ निकेतन में चल रहे अंतरराष्ट्रीय योग महोत्सव के दूसरे दिन विश्व प्रसिद्ध ताल व ड्रम वादक शिवमणि ने लोगों को झूमने पर मजबूर कर दिया. अपने ड्रम और संगीत की थाप के साथ परमार्थ निकेतन में 'होलिका रंग महोत्सव' मनाया गया. महोत्सव में विभिन्न देशों से आए योगियों और योगाचार्यों ने भारतीय परंपरा और पर्व के महत्व को समझा.
सात दिवसीय योग महोत्सव के दौरान होली का पर्व मनाने का आयोजन किया गया. इस मौके पर मशहूर ड्रम वादक शिवमणि के ड्रम की थाप पर विदेशी साधक जमकर थिरके. इसके साथ ही सभी विदेशियों ने महोत्सव का जमकर लुत्फ उठाया. स्वामी चिदानंद मुनि ने भारत में मनाए जाने वाले सबसे बड़े पर्व होली के बारे में देश-विदेश से आए साधकों को विस्तार से बताया.
जिसके बाद विश्व के विभिन्न देशों से आए योगाचार्यों और योग जिज्ञासुओं ने परमार्थ गंगा तट पर होने वाली विश्व विख्यात गंगा आरती में भाग किया. अंतरराष्ट्रीय योग महोत्सव में भारत, स्पेन, ब्राजील, पुर्तगाल, चीन, मैक्सिको, बेल्जियम, अमेरिका सहित विश्व के विभिन्न देशों के योग जिज्ञासुओं ने भाग लिया.
Intro:एंकर-- परमार्थ निकेतन ऋषिकेश में अन्तर्राष्ट्रीय योग महोत्सव के दूसरे दिन विश्व प्रसिद्ध तालवादक एवं ड्रम वादक शिवमणि के ड्रम और संगीत की थाप पर परमार्थ निकेतन में ’’होलिका रंग महोत्सव’’ मनाया गया,ड्रम की थाप पर सभी विदेशी योगाचार्य व योग साधक झूमने लगे,ड्रम और ढ़ोल की ताल पर फूलों की वर्षा के साथ सद्भाव और समरसता का पर्व होली मनाया गया। इस महोत्सव के माध्यम से विश्व के विभिन्न देशों से आये योगियों और योगाचार्यों ने भारतीय परम्परा और पर्व के महत्व एवं मर्म को जाना।
Body:वी/ओ-- ऋषिकेश के परमार्थ निकेतन में चल रहे सात दिवसीय योग महोत्सव के दौरान विदेशियों के साथ होली पर्व मनाने का आयोजन किया गया, मशहूर ड्रम वादक शिवमणि के ड्रम की थाप पर विदेशी अपने आपको थिरकने से नहीं रोक पाए बड़ी संख्या में विदेशी योगाचार्य व योग साधक शिवमणि के धुन पर खूब नाचते हुए मस्ती करते नजर आये,साथ ही सभी विदेशियों ने एक दूसरे के गले मिलकर होली के पर्व को भी मनाया स्वामी चिदानंद मुनि ने भारत में मनाए जाने वाले सबसे बड़े पर्व में से एक होली पर्व के बारे में विदेशियों को बताया।
Conclusion:वी/ओ--विश्व के विभिन्न देशो से आये योगाचार्यो एवं योग जिज्ञासुओं ने परमार्थ गंगा तट पर होने वाली विश्व विख्यात गंगा आरती में सहभाग किया,अन्तर्राष्ट्रीय योग महोत्सव में भारत, स्पेन, ब्राजील, पुर्तगाल, चीन, मैक्सिको, बेल्जियम, अमेरिका, कोलम्बिया, नीदरलैण्ड, पेरू, अर्जेन्टीना, जर्मनी, आस्ट्रेलिया, इटली, नार्वे, जर्मनी, तिब्बत, भूटान, रूस, इजरायल, इंग्लैंड, फ्रांस, जर्मनी, कनाडा, स्वीडन, हांगकाग, बेल्जियम, स्विट्जरलैण्ड, बहरीन, अफगानिस्तान, अफ्रीका, सिंगापुर, ताईबान, फिलिस्तीन, ईरान, जापान, केन्या, यमन, पेलस्टाईन, चीन, सिंगापुर, ताईबान, बैंकाक, नामिबिया, इक्वेडोर, कोलम्बिया, ग्वाटेमाला, आॅस्ट्रिया, क्यूबा, चिले, थाईलैण्ड, तुर्की, ब्रिटेन, दक्षिण अमेरिका सहित विश्व के विभिन्न देेशों के योग जिज्ञासुओं ने सहभाग किया।
फाइल ftp पर भेजे हैं
FOLDER NAME--THIRKE VIDESHI