रुड़की: मुआवजा राशि बढ़ाने की मांग को लेकर गुरुवार को किसान उपजिलाधिकारी रुड़की के कार्यालय के बाहर धरने पर बैठ गए. किसानों के साथ भाकियू के कार्यकर्ता भी मौजूद रहे. भाकियू जिला अध्यक्ष ने आरोप है कि सरकार गुंडागर्दी कर किसानों मजदूरों का उत्पीड़न कर रही है.
बता दें कि रुड़की के नगला इमरती गांव में किसान जमीन की मुआवजा राशि बढ़ाने को लेकर 18 जनवरी से पालतू पशुओं सहित धरना स्थल पर बैठे थे. किसानों ने चेतावनी दी थी कि अगर उनकी मांगे जल्द नहीं मानी गयी तो 30 जनवरी को उपजिलाधिकारी के दफ्तर के बाहर प्रदर्शन और धरना दिया जाएगा. जब प्रशासन ने किसानों की नहीं सुनी तो आक्रोषित किसानों ने उपजिलाधिकारी के दफ्तर के बाहर धरने पर बैठ गए.
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भाकियू के जिला उपाध्यक्ष हाफिज इरफान ने बताया कि जब तक अधिग्रहण भूमि का उचित मुआवजा नहीं दिया जाता. तब तक किसान बाईपास का काम शुरू नहीं होने देंगे. उन्होंने कहा कि अगर सरकार ने कोई जोर जबरदस्ती दिखाई तो किसान जान देने को भी तैयार हैं.