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रुड़की: SDM कार्यालय पर किसानों ने दिया धरना, मुआवजा राशि बढ़ाने की मांग - रुड़की किसान मुआवजा

रुड़की के नगला इमरती गांव के किसानों ने जमीन की मुआवजा राशि बढ़ाने की मांग को लेकर एसडीएम कार्यालय पर धरना प्रदर्शन किया. किसानों का कहना है कि जब तक उनको जमीन का उचित मुआवजा नहीं दिया जाएगा, तब तक किसान बाईपास का काम शुरू नहीं होने देंगे.

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Published : Jan 30, 2020, 11:22 PM IST

रुड़की: मुआवजा राशि बढ़ाने की मांग को लेकर गुरुवार को किसान उपजिलाधिकारी रुड़की के कार्यालय के बाहर धरने पर बैठ गए. किसानों के साथ भाकियू के कार्यकर्ता भी मौजूद रहे. भाकियू जिला अध्यक्ष ने आरोप है कि सरकार गुंडागर्दी कर किसानों मजदूरों का उत्पीड़न कर रही है.

मुआवजा राशि बढ़ाने की मांग को लेकर SDM कार्यालय पर किसानों का धरना.

बता दें कि रुड़की के नगला इमरती गांव में किसान जमीन की मुआवजा राशि बढ़ाने को लेकर 18 जनवरी से पालतू पशुओं सहित धरना स्थल पर बैठे थे. किसानों ने चेतावनी दी थी कि अगर उनकी मांगे जल्द नहीं मानी गयी तो 30 जनवरी को उपजिलाधिकारी के दफ्तर के बाहर प्रदर्शन और धरना दिया जाएगा. जब प्रशासन ने किसानों की नहीं सुनी तो आक्रोषित किसानों ने उपजिलाधिकारी के दफ्तर के बाहर धरने पर बैठ गए.

पढ़ें- पिथौरागढ़: मुनस्यारी में फिर शुरू हुई बर्फबारी, थल-मुनस्यारी मार्ग तीसरे दिन भी बंद

भाकियू के जिला उपाध्यक्ष हाफिज इरफान ने बताया कि जब तक अधिग्रहण भूमि का उचित मुआवजा नहीं दिया जाता. तब तक किसान बाईपास का काम शुरू नहीं होने देंगे. उन्होंने कहा कि अगर सरकार ने कोई जोर जबरदस्ती दिखाई तो किसान जान देने को भी तैयार हैं.

रुड़की: मुआवजा राशि बढ़ाने की मांग को लेकर गुरुवार को किसान उपजिलाधिकारी रुड़की के कार्यालय के बाहर धरने पर बैठ गए. किसानों के साथ भाकियू के कार्यकर्ता भी मौजूद रहे. भाकियू जिला अध्यक्ष ने आरोप है कि सरकार गुंडागर्दी कर किसानों मजदूरों का उत्पीड़न कर रही है.

मुआवजा राशि बढ़ाने की मांग को लेकर SDM कार्यालय पर किसानों का धरना.

बता दें कि रुड़की के नगला इमरती गांव में किसान जमीन की मुआवजा राशि बढ़ाने को लेकर 18 जनवरी से पालतू पशुओं सहित धरना स्थल पर बैठे थे. किसानों ने चेतावनी दी थी कि अगर उनकी मांगे जल्द नहीं मानी गयी तो 30 जनवरी को उपजिलाधिकारी के दफ्तर के बाहर प्रदर्शन और धरना दिया जाएगा. जब प्रशासन ने किसानों की नहीं सुनी तो आक्रोषित किसानों ने उपजिलाधिकारी के दफ्तर के बाहर धरने पर बैठ गए.

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भाकियू के जिला उपाध्यक्ष हाफिज इरफान ने बताया कि जब तक अधिग्रहण भूमि का उचित मुआवजा नहीं दिया जाता. तब तक किसान बाईपास का काम शुरू नहीं होने देंगे. उन्होंने कहा कि अगर सरकार ने कोई जोर जबरदस्ती दिखाई तो किसान जान देने को भी तैयार हैं.

Intro:रुड़की

रूड़की में मुआवजा राशि बढ़ाने की मांग को लेकर आज किसान उपजिलाधिकारी रुड़की के कार्यालय के बाहर धरने पर बैठ गए। किसानों के साथ भाकियू के कार्यकर्ता भी मौजूद रहे। भाकियू जिला अध्यक्ष का बड़ा आरोप है कि सरकार गुंडा गर्दी कर किसानों मजदूरों का उत्पीड़न कर रही है।

बता दें कि रुड़की के नगला इमरती गांव में किसान ज़मीन के मुआवजा राशि बढ़ाने को लेकर 18 जनवरी से सभी किसान अपने पालतू पशुओं सहित धरना स्थल पर बैठे थे। किसानों ने चेतावनी दी थी कि अगर उनकी मांगे जल्द नही मानी गयी तो 30 जनवरी को उपजिलाधिकारी के दफ्तर के बाहर प्रदर्शन और धरना दिया जाएगा। जब प्रशासन ने किसानों की नही सुनी तो किसान आज आक्रोषित होकर उपजिलाधिकारी के दफ्तर के बाहर धरने पर जा बैठे।


Body:इस दौरान भाकियू के जिला उपाध्यक्ष हाफ़िज़ इरफान ने कहा कि जब तक अधिग्रहण भूमि का उचित मुआवजा नहीं दिया जाता तब तक किसान बाइपास का काम शुरू नहीं होने देंगे। उन्हीने कहा कि अगर सरकार ने जोर जबरदस्ती दिखाई तो किसान इसके लिए जान भी देने को तैयार बैठे है।

बाइट - हाफ़िज़ इरफान (ज़िला उपाध्यक्ष भाकियू)Conclusion:
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